कांग्रेस संगठन महासचिव के.सी.वेणुगोपाल, महासचिव जयराम रमेश और मीडिया व प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा की कांग्रेस मुख्यालय में संयुक्त पत्रकार वार्ता हुई। इसमें जयराम रमेश ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह की बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर से संबंधित अपमानजक टिप्पणी की पृष्ठभूमि में 27 दिसंबर की इस रैली का नाम जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली नाम दिया गया है। शाह की टिप्पणी के खिलाफ कांग्रेस देशभर में आंबेडकर सम्मान सप्ताह के रूप में मना रही है। संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने बताया कि कार्य समिति की बैठक को नव सत्याग्रह बैठक नाम दिया गया है। क्योंकि बैठक उसी स्थान पर हो रही है, जहां महात्मा गांधी को 100 साल पहले कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया था। साथ ही गांधी जी ने सत्याग्रह का ऐलान बेलगावी से किया था। उसी जगह से कांग्रेस नव सत्याग्रह का संकल्प लेकर आगे बढ़ेगी।
दो प्रस्तावों पर होगी चर्चा
सीडब्ल्यूसी की विस्तारित बैठक गुरुवार दोपहर 2.30 बजे महात्मा गांधी नगर में शुरू होगी। इसमें दो प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। इसमें केंद्र की भाजपा सरकार की नीतियों की कारण देश के सामने खड़ी हो रही चुनौतियों पर चर्चा होगी। इसमें आर्थिक असमानता, लोकतंत्र को कमजोर करना और संवैधानिक संस्थाओं पर हमले शामिल हैं। साथ ही कांग्रेस की 2025 के कार्ययोजना की रूपरेखा तय होगी।
इनको किया आमंत्रित
सीडब्ल्यूसी सदस्य, स्थायी आमंत्रित, विशेष आमंत्रित, केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य, राज्य के सीएलपी नेता, संसदीय दल के पदाधिकारी और कांग्रेस पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री सहित कुल लगभग 200 नेता भाग लेंगे। वहीं 27 दिसंबर को यही होने वाले रैली में देशभर के कार्यकर्ता, विधायक, सांसद समेत अन्य जनप्रतिनिधि समेत लाखों लोग शामिल होंगे।
100 से ज्यादा शहरों में पत्रकार वार्ता, रैलियां निकाली
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पिछले सात दिन से कांग्रेस अंबेडकर सम्मान सप्ताह मना रही है। इसके तहत गृहमंत्री अमित शाह के अंबेडकर के अपमानजनक बयान को लेकर 100 से ज्यादा शहरों में पत्रकार वार्ता की है। मंगलवार को सभी जिलों में बैठक कर रैलियां निकाल कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया है, जिसमें शाह से माफी मांगें और उन्हें कैबिनेट से बर्खास्त करने की मांग की गई है।