मार्च का मुख्य उद्देश्य भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) को नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) पर घेरना है।
इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि नागरिका संशोधन कानून ( CAA) देश के लिए नोटबंदी से भी ज्यादा घातक साबित होगा।
उन्होंने कहा कि CAA से देश के गरीबों को ऐसी मार झेलने पड़ेगी कि वो नोटबंदी को भूल जाएंगे।
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इस दौरान संबंधित राज्यों की राजधानियों में ध्वज फहराए जाने के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्षों ने इसके बाद ‘संविधान बचाओ-भारत बचाओ’ का संदेश लेकर फ्लैग मार्च निकाला।
इस उद्देश्य के लिए आयोजित सार्वजनिक सभाओं में अपनी-अपनी भाषाओं में संविधान की प्रस्तावना भी पढ़ने का काम भी कर रहे हैं।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने असम के गुवाहाटी में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भाग लिया।
कांग्रेस का मानना है कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC), नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) पर दोनों के बयान विरोधाभासी हैं।
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अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव नेता वेणुगोपाल ने यह भी कहा कि CAA व NRC के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों और बेरोजगारी व आर्थिक संकट से जनता का ध्यान हटाने के लिए NPR की घोषणा की गई है।
उन्होंने कहा कि सरकार के कदम ने उनके इरादों पर संदेह पैदा किया है।