रामदेव के निधन पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल और बिहार कांग्रेस अध्यक्षडॉ. मदन मोहन झा ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
आपको बता दें कि रामदेव राय मुख्य रूप से भगवानपुर थाना क्षेत्र के किरतपुर पंचायत के सहलोरी गांव के रहने वाले थे। रामदेव राय जिला में कांग्रेस के मंझे हुए नेताओं में से एक थे। बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में इनका अपना मजबूत जनाधार था। यही वजह है कि 2015 में उन्होंने 6वीं बार चुनाव जीता था।
रामदेव का रहन-सहन बेहद सादगीपूर्ण था। पायजामा, कुर्ता के अलावा कंधे पर एक गमछा हमेशा होता था। कभी-कभी वह नंगे पांव ही अपने क्षेत्र के भ्रमण पर निकल जाया करते थे। करीब 50 वर्षों के अपने राजनीतिक जीवन में रामदेव राय ने कई उतार-चढ़ाव देखे। रामदेव राय छह बार विधायक एवं एक बार समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी रहे।
रामदेव राय उस वक्त चर्चा में आ गए थे जब उन्होंने समस्तीपुर लोकसभा सीट पर 1984 में चुनाव जीता था। उन्होंने कर्पूरी ठाकुर को हराया था। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उठी कांग्रेसी लहर में रामदेव राय ने लोकसभा चुनाव जीता था। कर्पूरी ठाकुर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं।