सोनिया गांधी ने लिखी पीएम मोदी को खुली चिट्ठी, तेल की कीमत बढ़ाने से मिला मुनाफा जरूरतमंदों में बांटें
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ( Congress President Sonia Gandhi ) ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर भी जारी की ( open letter to PM Modi ) चिट्ठी।
सरकार ( Prime Minister Narendra Modi ) को पिछले छह वर्षों में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाने ( Petrol Diesel Prices Hike ) से मिले 18 लाख करोड़ रुपये।
कोरोना वायरस महामारी ( Coronavirus Pandemic ) जैसे कठिन वक्त में लोगों की मदद करनी चाहिए ना कि दाम बढ़ाने चाहिए।
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी ( Coronavirus Pandemic ) से जूझ रहे देश में परेशान जनता को फायदा पहुंचाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ( Congress President Sonia Gandhi ) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) को पत्र लिखा है। इस पत्र ( open letter to pm modi ) में सोनिया गांधी ने पीएम मोदी ( pm modi ) से ईंधन की कीमतों ( Petrol Diesel Prices Hike ) पर तुरंत रोक लगाने और नागरिकों को कच्चे तेल की कम कीमतों का लाभ देने का आग्रह किया है।
मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा लिखी गई चिट्ठी में उन्होंने लिखा, “प्रिय प्रधानमंत्री, उम्मीद है कि आप सकुशल होंगे। भारत को COVID-19 के खिलाफ चल रही लड़ाई के दौरान अभूतपूर्व रूप से सार्वजनिक स्वास्थ्य, आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। मैं इस बात से काफी व्यथित हूं कि इस बेहद कठिन वक्त में मार्च की शुरुआत के बाद से सरकार ने कम से कम 10 अलग-अलग मौकों पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बढ़ाने के लिए पूरी तरह से असंवेदनशील फैसला लिया है।”
UNHRC में कश्मीर मुद्दे को लेकर भारत का पाकिस्तान पर वार, पहले अपने गिरेबान में झांको फिर करना बात उन्होंने आगे लिखा, “आपकी सरकार एक्साइज ड्यूटी और डीजल-पेट्रोल में बढ़ोतरी जैसे गलत विचार अपनाकर लगभग 2,60,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व अर्जित करना चाहती है। व्यापक भय और असुरक्षा के बीच सभी लोगों को अकल्पनीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ये मूल्य वृद्धि हमारे लोगों को इस अतिरिक्त बोझ से दुखी कर रही है जो न तो उचित है और न ही वाजिब। लोगों को बेहद कठिनाइयों में डालना नहीं बल्कि उनके दुखों को कम करना सरकार का कर्तव्य और जिम्मेदारी है।”
उन्होंने कीमतें बढ़ाने के संबंध में कहा, “मुझे इसमें कोई तर्क नजर नहीं आता है कि सरकार ऐसे समय में इतनी कीमत बढ़ाने पर विचार भी क्यों करेगी, जब COVID-19 के आर्थिक प्रभाव से लाखों लोग नौकरियों और जीविकोपार्जन से वंचित रह गए, चौपट होते बड़े और छोटे व्यवसाय तेजी से मध्यम वर्ग की आय नष्ट कर रहे हैं और यहां तक कि किसान खरीफ की फसल बोने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।”
तेल की कीमतों को लेकर सोनिया ने आगे लिखा, “यह देखते हुए कि पिछले सप्ताह के मुकाबले कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय कीमत में लगभग 9 फीसदी की गिरावट आई है (पिछले कुछ महीनों में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद), सरकार अपने लोगों से मुनाफाखोरी की वसूली में कमी नहीं ला रही है। यह रिकॉर्ड की बात है कि पिछले छह वर्षों में ऐतिहासिक रूप से तेल की कम कीमतों के बावजूद पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 12 अलग-अलग मौकों पर बढ़ोतरी से आपकी सरकार के राजस्व में बहुत ईजाफा हुआ है (पेट्रोल पर अतिरिक्त 23.78 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 28.37 रुपये)।”
लॉकडाउन पर बड़ा खुलासा, पीएम मोदी का यह फैसला पलट सकता है बिहार चुनाव का पासा उन्होंने लिखा, “यह इन छह वर्षों में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 258 प्रतिशत की वृद्धि और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 820 प्रतिशत की बढ़ोतरी दिखाता है, जिससे केवल पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज कलेक्शन के रूप में सरकार ने 18,00,000 करोड़ रुपये वसूले। अगर कभी लोगों की सेवा में इन संसाधनों को लगाने की जरूरत है, तो अब वह वक्त है।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा, “मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि इन बढ़ोतरी को वापस लें और इस देश के नागरिकों को कम तेल की कीमतों का लाभ उठाने दें। अगर आप उन्हें ‘आत्मनिर्भर’ बनाना चाहते हैं, तो आगे बढ़ने की उनकी क्षमता को वित्तीय जंजीर से न बांधें। और मैं एक बार फिर से पहले कही अपनी बात कहना चाहती हूं: कृपया सरकार के संसाधनों का उपयोग उन लोगों के हाथों में सीधे पैसा डालने के लिए करें, जिन्हें इस कठिन वक्त में इसकी जरूरत है।”
Hindi News / Political / सोनिया गांधी ने लिखी पीएम मोदी को खुली चिट्ठी, तेल की कीमत बढ़ाने से मिला मुनाफा जरूरतमंदों में बांटें