यही वजह है कि राज्यसभा से गुलाम नबी की विदाई के बाद अब उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगना शुरू हो गईं। हालांकि इन अटकलों को लेकर खुद कांग्रेस के इस वरिष्ठ नेता अपने ही अंदाज में जवाब भी दिया। आईए जानते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा।
किसान आंदोलन में ट्रैक्टर परेड के बाद अब एंबुलेंस की हो रही एंट्री, जानिए कहां से और क्यों आर रहीं 150 गाड़ियां? कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद की राज्यसभा से विदाई होने के बाद तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री के राज्यसभा में अंतिम दिन सदन से विदाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए थे। पीएम मोदी ने गुलाम नबी आजाद को अपना अच्छा दोस्त बताते हुए जमकर तारीफ की थी।
इस दिन बीजेपी में होंगे शामिल
पीएम की तारीफ और न्योते के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि गुलाम नबी आजाद बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। इन कयासों पर विराम लगाते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जिस दिन कश्मीर में काली बर्फ गिरेगी, उस दिन मैं भारतीय जनता पार्टी में शामिल होऊंगा।
गुलाम नबी आजाद ने एक मीडिया संस्थान को दिए साक्षात्कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने संबंधों से लेकर बीजेपी का थामने तक कई मुद्दों पर खुलकर बात की। जब गुलाम नबी आजाद से बीजेपी में शामिल होने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जिस दिन कश्मीर में काली बर्फ गिरेगी, उस दिन मैं बीजेपी का थामन थाम लूंगा।बीजेपी ही क्यों उस दिन मैं किसी भी दूसरी पार्टी में शामिल हो जाऊंगा।
आजाद ने ये भी कहा कि जो लोग यह कहते हैं या इन अफवाहों को फैलाते हैं, वे मुझे नहीं जानते। उन्होंने एक किस्से का जिक्र करते हुए बताया कि- जब राजमाता सिंधिया विपक्ष की उपनेता थीं, तो उन्होंने खड़े होकर मेरे बारे में कुछ आरोप लगाए। मैं उठ गया और मैंने कहा कि मैं आरोप को बहुत गंभीरता से लेता हूं और सरकार की ओर से मैं एक समिति का सुझाव देना चाहूंगा, जिसकी अध्यक्षता अटल बिहारी वाजपेयी करेंगे। उसमें राजमाता सिंधिया और लालकृष्ण आडवाणी भी सदस्य होंगे।
मैंने कहा कि उन्हें 15 दिनों में रिपोर्ट पूरी करनी चाहिए और वे जो भी सजा का सुझाव देंगे, मैं उसे स्वीकार करूंगा।
पश्चिम बंगाल में अमित शाह का सीएए को लेकर बड़ा ऐलान, बताया कब लागू होगा नागरिकता कानून मोदी से साथ बहस से पहले चाय की चुस्की
आजाद ने बताया कि नरेंद्र मोदी को मैं 90 के दशक से जानता हूं। अब कई टीवी डिबेट में हिस्सा ले चुके। कई बार बहस से पहले समय मिलता तो साथ में चाय की चुस्की जरूर लगाते थे। इस दौरान राजनीति के अलावा अन्य मुद्दों पर भी बात करते थे।