आपको बता दें कि बीजेपी विधायक किसानों के मुद्दों को लेकर उद्धव सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस पर शिवसेना के विधायकों ने आपत्ति दर्ज कराई। ये आपत्ति धीरे-धीरे तू-तू, मैं-मैं के रूप में बदल गई। देखते ही देखते ही ये बात हाथापाई तक पहुंच गई।
लगातार बात बढ़ती गई और फिर बीजेपी-शिवसेना के विधायक सदन में ही हाथापाई करने लगे। स्पीकर ने माहौल बिगड़ता देख कार्ऱवाई 30 मिनट के लिए रोक दी। कार्रवाई के फिर से शुरू होने पर स्पीकर ने विधायकों को हिदायत दी कि दोबारा ऐसा नहीं होना चाहिए। स्पीकर ने कहा कि सदन में किसी को भी हाथ उठाने का अधिकार नहीं है।