इसके साथ ही बप्पा के भक्तजन प्रतिदिन सैकड़ों की तादाद में पहुंचकर उनके दर्शन कर पूजा अर्चना करेंगे। मंदिर में इसकी विशेष तैयारी की गई है। इधर गणेश चतुर्थी के मौके पर चौक चौराहों पर भी भगवान गणेश को आकर्षक पांडाल में विराजित किया जाएगा। इसके साथ गणपति बप्पा मोरिया… की गूंज सुनाई देना शुरू हो जाएगी।
देश में चिंतामन सिद्ध गणेश की चार स्वयंभू प्रतिमाएं हैं, इनमें से एक सीहोर मेंं स्थित है। यहां सालभर लाखों श्रद्धालु भगवान के दर्शन करते आते हैं। अपनी मन्नत के लिए उल्टा सातिया बनाकर जाते हैं। कई सिद्ध मंदिरों में चिंतामन गणेश मंदिर भी है। गुरुवार को गणेश चतुर्थी के पर्व से प्राचीन गणेश मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो जाएगा। हर बार की तरह इस साल भी गणेश मंदिर पर १० दिवसीय मेला लगेगा।
मंदिर में सीहोर सहित आसपास क्षेत्र के श्रद्धालु पहुंचकर भगवान गणेश की पूजा अर्चना कर मेले में खरीदारी करेंगे। इसकी तैयारी मंदिर समिति ने कई दिन पहले ही कर दी थीं, वह अब करीब पूरी हो चुकी है। मान्यता है कि मंदिर में प्राचीन भगवान गणेश के दर्शन करने से हर मनोकामना पूरी होती है, उसी उम्मीद को लिए 12 महीने यहां श्रद्धालुओं की आवाजाही लगी रहती है। खासकर गणेश चतुर्थी से दस दिन तो भीड़ इतनी रहती है कि श्रद्धालुओं को दर्शन करने में कतार में लगकर काफी देर इंतजार करना पड़ता है।
गणेश चतुर्थी के मौके पर आज शहर में भी चौक चौराहों पर भगवान गणेश को गाजे बाजे के साथ विराजित किया जाएगा।इसके साथ ही गणपति बप्पा मोरिया, जय गणेश … की गूंज शुरू हो जाएगी। बप्पा के भक्त दस दिन तक सुबह शाम विशेष आरती कर उपासना करेंगे। बच्चों के साथ बड़ों में भी इसे लेकर उत्साह नजर आ रहा है।