CG Assembly Election 2023 : अविभाजीत रायगढ़ जिले के सारंगढ़ विधानसभा सीट की वर्षों से लंबित मांग जिला बनाए जाने की पूरी हो चुकी है, लेकिन जिला पूरी तरह से अस्तित्व में नहीं आ सका है। इसकी वजह से अभी भी यहां के लोग छोटे-बड़े कार्यों के लिए रायगढ़ पर ही आश्रित हैं।
CG Assembly Election 2023 : इस विधानसभा के अंतर्गत पत्रिका की टीम टिमरलगा पहुंची। यहां के हालात बड़े भयावह हैं। टिमरलगा पूरी तरह से पत्थर खदान का क्षेत्र है। यहां वैध खदान तो गिनती के हैं, लेकिन अवैध खदान अनगिनत हैं। यहां हर दिशा में बड़े-बड़े गड्ढ़े आसानी से नजर आ जाते हैं। सामान्य दिनों में यहां के लोग धूल से परेशान होते हैं। (CG Election) वहीं बारिश के दिनों में इन गड्ढों में पानी भरने से तालाब बन जाता है। इससे हादसे का अंदेशा हमेशा बना रहता है। टिमरलगा के रवि साहू बताते हैं कि यहां वैध व अवैध खदान में कोई अंतर नहीं है। जिन्होंने खदान संचालित करने का लाइसेंस लिया है वे भी निर्धारित क्षेत्र से अधिक में खनन करते हैं। पानी का छिड़काव नहीं होने से हर समय धूल उड़ता है। यहां के वृद्ध सेवक राम का कहना है कि अधिकारी व जनप्रतिनिधि के संरक्षण में यह सारा कार्य हो रहा है।
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CG Assembly Election 2023 : यहां से पत्रिका की टीम आगे बढ़ते हुए गोमर्डा अभयारण्य पहुंची। सारंगढ़ की एक विशेषता गोमर्डा अभयारण्य है। यह अभयारण्य यहां के 28 गांवों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। (cg election 2023) इसके पीछे कारण यह है कि गोमर्डा अभयारण्य के अंदर इन 28 गांवों में जमीन की खरीदी बिक्री पर 1996 से रोक लगा दी गई है। ऐसे में यहां रहने वाले ग्रामीण अपनी जमीन न बेच सकते हैं और ना खरीद सकते हैं। सारंगढ़ पहुंचे नवापाली के शिकारी का कहना था कि इस रोक को हटाने से उनकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी। वहीं बगबंध के प्यारी का कहना था कि गोमर्डा अभयारण्य के अंदर होने की वजह से उनके गांव में बुनियादी सुविधा का भी विकास नहीं हो पा रहा है। यह भी पढ़ें
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शिक्षा के क्षेत्र में भी विकास आवश्यक सारंगढ़ निवासी रामकुमार का कहना है कि सारंगढ़ जिला तो बन गया है, लेकिन अभी भी यहां हायर एजुकेशन के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। यहां के बच्चों को बाहर जाना पड़ता है। (cg vidhansabha chunav) इसी तरह गोमर्डा अभ्यारण्य क्षेत्र में आने वाले स्कूलों की हालत भी खराब है। यहां कई ऐसे बच्चे हैं जो मीडिल स्कूल के बाद पढ़ाई छोड़ दिए हैं। हायर एजुकेशन की दिशा में भी कार्य करना आवश्यक है। अब भी रायगढ़ जिले पर आश्रित हैं लोग सारंगढ़ मुख्यालय पहुंचने पर लोगों की अलग परेशानी सामने आई। लोग इस बात से खुश जरुर थे कि उनकी वर्षों की मांग जिला बनाए जाने की पूरी हुई, लेकिन इस बात को लेकर नाराजगी भी जाहिर किए कि पूरी तरह से जिला अस्तित्व में नहीं आ पाया है। रमेश सिदार का कहना था कि मौजूदा समय में गिनती के विभाग सारंगढ़ में शिफ्ट हो चुके हैं, (cg vidhansabha chunav 2023) लेकिन अब भी कई विभागों के काम के लिए रायगढ़ की दौड़ लगानी पड़ती है। इसमें मुख्य रूप से रोजगार दफ्तर है। प्रतिदिन सारंगढ़ से बेरोजगार बच्चे पंजीयन के लिए रायगढ़ पहुंच रहे हैं।
यहां भेंट मुलाकात भी नहीं हो सकी सारंगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सीएम की भेंट मुलाकात कार्यक्रम नहीं हो पाया है। इसके लिए क्षेत्र के लोग टकटकी लगाए हुए हैं। सारंगढ़ के कोसीर को नगर पंचायत बनाए जाने की मांग चल रही है। यदि सीएम यहां आएंगे तो लोग इसकी मांग रखेंगे। वहीं सारंगढ़ मुख्यालय से तीन राष्ट्रीय राजमार्ग जुड़ा हुआ है। इसमें सारंगढ़ से सरसिवां, सारंगढ़ से सरराईपाली व सारंगढ़ से रायगढ़ है। इसमें एक की हालत पूरी तरह से खराब है। इससे लोगों को परेशानी हो रही है।