कसा तंज: अजीत जोगी की बदौलत तीन बार रमन बने थे सीएम CG Politics : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा, टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाने से सबसे ज़्यादा तकलीफ रमन सिंह को हो रही है, क्योंकि वो तीन बार अजीत जोगी के भरोसे मुख्यमंत्री बने। (raipur news in hindi) वो उम्मीद कर रहे थे कि इस बार भी ऐसा कुछ हो जाएगा। जबकि कांग्रेस एकजुट है।
CG Politics News : बिलासपुर रवाना होने से पहले पत्रकारों से चर्चा करते हुए सीएम ने कहा, भाजपा के लोग हथियार डाल दिए हैं। तभी बार-बार प्रभारी और प्रदेश के नेतृत्व में बदलाव हो रहा है। भाजपा के लोग हताशा में है। तभी टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाए गए, तो सोशल मीडिया में उनकी प्रतिक्रिया निराशाजनक थी। (cg news) उन्होंने कहा, जोगी फैक्टर के कारण हम लोग लगातार सत्ता से वंचित हो जाते थे। उन्हें इस बार भी ऐसा ही कुछ होने की उम्मीद थी। वे खुद मेहनत नहीं करते और दूसरे के भरोसे में सत्ता में आना चाहते हैं। (raipur news) अब चुनाव के तीन महीने बचे है, तो प्रभारियों की थोड़ी सक्रियता दिखाई दे रही है।
बेरोजगारी भत्ता के साथ 4 हजार को दी नौकरी Chhattisgarh political news : सीएम ने कहा, बेरोजगार युवाओं को तीन महीने में 80 करोड़ रुपए की राशि जारी की गई है। जबकि भाजपा ने अपने 15 साल के कार्यकाल में केवल 98 करोड़ बांटे। हमने तीन महीने में 80 करोड़ की राशि दी है। (cg political news) यह राशि चौथे महीने में 98 करोड़ पार हो जाएगा। इसके साथ-साथ हम बेरोजगारों को कौशल प्रशिक्षण भी दे रहे हैं। अभी तक 4000 लोगों को जॉब भी दिया गया है। इसमें खुद का रोजगार या फिर प्लेसमेंट में रोजगार मिला है। (cg politics news) इसी तरह हमने आवास के लिए 155 करोड़ की राशि जारी की गई।
पिछली बार भी बने थे दो कार्यकारी अध्यक्ष Raipur News : कांग्रेस ने वर्ष 2018 के चुनाव से पहले संगठन में दो कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति की थी। इसमें डॉ. शिवकुमार डहरिया और रामदयाल उइके का नाम शामिल था। (cg election) हालांकि चुनाव से पहले उइके ने भाजपा का दामन थाम लिया था। अब एक बार फिर दो कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाने की चर्चा है। (cg election 2023) हालांकि पार्टी से जुड़े जानकारों का कहना है कि पिछली बार कांग्रेस की सरकार नहीं थी। इस वजह से यह फार्मूला अपनाया गया था। इसके पीछे जातिगत समीकरण बैठाना था।