इसके बावजूद वार्ड क्रमांक-1 (मालवीय नगर वार्ड) साजापहाड़ क्षेत्र के आधा दर्जन पारा-मोहल्ले को न पीने का पानी मिला, न चलने को सड़क नसीब हुआ है। पहाड़ी की तराई पर गुजर-बसर करने वाले ग्रामीणों को वनाधिकार पट्टा तक नहीं मिल पाया है। (cg election 2023) नगर निगम चिरमिरी के पक्काधौड़ा क्षेत्र के लोगों का कहना है कि बारिश के दिनों में शहर तक पहुंच नहीं पाते, राशन लेने नहीं जा पाते और बच्चे भी स्कूल नहीं जा पाते हैं, क्योंकि गांव के बीच नाला है, जिसमें पानी बहता है। वहीं महुवाखाड़ी, भुरकूडांड़, चरपनिया, लामीगोड़ा, बाजनपथरा के राहवासियों को शुद्ध पानी नसीब नहीं है। चलने को उबड़-खाबड़ पथरीली सड़क है। (cg vidhansabha chunav) नगरीय निकाय में होने के बावजूद मोहल्लेवासी लालटेन युग में जीने को मजबूर हैं। ग्राम लामीगोड़ा में पुलिया बना है, लेकिन सड़क बनाना ही भूल गए।
चिरमिरी में 13 जिला कार्यालयों को लाने एड़ीचोटी का जोर स्थानीय नागरिकों का कहना है कि मनेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 40 साल की मांग को पूरी कर नवीन जिला गठन सबसे बड़ी सौगात है। (chhattisgarh news) लेकिन जिला बनने के बाद इकलौता नगर निगम चिरमिरी और व्यापारिक केंद्र मनेंद्रगढ़ के बीच खींचतान जैसी स्थिति निर्मित हो गई। जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ बनाया गया है, लेकिन मौजूदा विधायक 13 जिला कार्यालयों को अपने गृहनगर चिरमिरी लाने की कोशिश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री को चिट्ठी भी लिख चुके हैं। वहीं चिरमिरी में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल तैयार है, पर स्पेशलिस्ट डॉक्टर नहीं हैं। मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले का नया जिला अस्पताल बनना भी प्रस्तावित है।
मनेंद्रगढ़ में 1.12 करोड़ का स्वीमिंग पुल अधूरा, 80 लाख फूंक डाले, नतीजा नहीं निकला विधानसभा क्षेत्र का दूसरा बड़ा शहर मनेंद्रगढ़ में 1.12 करोड़ की लागत से बनने वाले स्वीमिंग पुल 14 साल से अधूरा पड़ा हुआ है। निर्माण कराने के नाम पर 80 लाख फूंक डाले गए हैं।नपा में भाजपा की सत्ता थी तो स्वीमिंग पुल की स्वीकृति मिली थी। (cg election) फिर सरकार बदलने के बाद नपा में कांग्रेस की सत्ता आई और स्वीमिंग पुल में लगने वाले सामग्री व उपकरण बिना टेस्टिंग कराए ही ठेकेदार को भुगतान कर दिया था। (cg assembly election) मामले में एसडीएम ने स्वीमिंग पुल निर्माण पर रोक लगाई थी। फिलहाल 14 साल से स्वीमिंग पुल अधूरा पड़ा हुआ है।