उन्होंने ट्वीट किया कि मैं जामिया मिलिया के साथ एकजुट हूं। हमें इस बात की जानकारी दी जाए कि पुलिस कार्रवाई में कितने छात्र घायल हुए हैं। ओवैसी ने यह भी कहा कि इस घटना को लेकर स्वतंत्र न्यायिक जांच होनी चाहिए। इसके अलावा दिल्ली पुलिस के खिलाफ जेएनयू ने भी जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों के साथ एकजुटता दिखाई है।
दिल्ली: SC तक पहुंचा जामिया यूनिवर्सिटी का मामला, नागरिकता कानून के विरोध में बता दें कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर दिल्ली के जामिया नगर इलाके में रविवार शाम को हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला। हिंसक भीड़ ने चार बसों में आग लगा दी और पथराव किया। इसमें दो दमकल कर्मी घायल हो गए। इस दौरान पुलिस ने भी कार्रवाई की।
जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन ने दिल्ली पुलिस पर बिना इजाजत कैंपस के अंदर घुसकर छात्रों के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है। छात्रों का भी आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने कैंपस के अंदर घुसकर कार्रवाई की। जामिया मिलिया इस्लामिया प्रशासन का यह भी कहना है कि छात्र बसों को जलाने में शामिल नहीं थे। यह कुछ बाहरी लोगों ने किया जो जामिया मिलिया इस्लामिया और आसपास के इलाके में अशांति फैलाना चाहते हैं।
JMIU Protest: दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग की सख्ती के बाद दिल्ली पुलिस पड़ी नरम