दरअसल बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत मामले ( Sushant Singh Rajput Case ) को लेकर पिछले कुछ दिनों में बिहार की राजनीति काफी गर्माई हुई है। इसका सीधा असर महाराष्ट्र ( Maharashtra ) में देखने को मिल रहा है। माना जा रहा है कि इसी वजह से बीजेपी ने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस को बिहार में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। ताकि इस मुद्दे पर बीजेपी अपनी पैनी नजर रख सके।
बीजेपी के लिए आई बुरी खबर, इस राज्य में दिग्गज नेता को पुलिस ने कर लिया गिरफ्तार महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता देवेंद्र फडणवीस बिहार के चुनावी प्रभारी बनाए गए हैं। यानी वे आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी का कामकाज देखेंगे। हालांकि इसको लेकर अभी पार्टी की ओर से औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। लेकिन बताया जा रहा है कि फडणवीस बिहार चुनाव में सुशांत सिंह राजपूत केस भुनाने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
ये है बड़ी वजह
दरअसल महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस सुशांत सिंह राजपूत मामले में महाराष्ट्र की उद्धव सरकार पर लगातार दबाव बनाते रहे हैं। ऐसे में राजनीति गलियारों में ये चर्चा है कि इसी वजह से बीजेपी को लगता है कि फडणवीस बिहार विधानसभा चुनाव में इस मुद्दे को लेकर पार्टी के पक्ष में माहौल बना सकते हैं।
दरअसल महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस सुशांत सिंह राजपूत मामले में महाराष्ट्र की उद्धव सरकार पर लगातार दबाव बनाते रहे हैं। ऐसे में राजनीति गलियारों में ये चर्चा है कि इसी वजह से बीजेपी को लगता है कि फडणवीस बिहार विधानसभा चुनाव में इस मुद्दे को लेकर पार्टी के पक्ष में माहौल बना सकते हैं।
हालांकि पार्टी नेता इस थ्योरी को गलत बता रहे हैं। बीजेपी नेताओं की मानें तो देवेंद्र फडणवीस ने बीजेपी के कद्दावर नेता है और उन्होंने महाराष्ट्र में पार्टी को अलग मुकाम दिया है, ऐसे में वे बिहार में भी पार्टी के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं।
आजादी के जश्न से पहले कांग्रेस ने तिरंगा मास्क को लेकर जताया विरोध, जानें पीएम मोदी से क्या की मांग आपको बता दें कि बिहार में विधानसभा चुनाव के चलते सुशांत सिंह राजपूत मौत का मामला काफी चर्चा में है। यही वजह रही है कि बिहार के तकरीबन हर नेता ने इस मुद्दे पर अपनी दखल अंदाजी जरूर दिखाई फिर वो राजद नेता तेजस्वी यादव हों यार फिर एलजेपी नेता चिराग पासवान। सीएम नीतीश कुमार से लेकर सुब्रमण्यम स्वामी तक हर कोई इस केस लेकर सिर्फ इसलिए संजीदा है क्योंकि बिहार के लोगों का सुशांत केस से लगाव बढ़ता जा रहा है।