केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को मंगलवार देर रात महाड कोर्ट से बड़ी राहत मिल गई। कोर्ट ने पहले उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था, लेकिन राणे के वकील ने तुरंत ही जमानत की अर्जी दाखिल कर दी, जिसके बाद कोर्ट ने अर्जी को स्वीकार करते हुए उन्हें जमानत दे दी।
इससे पहले, महाराष्ट्र पुलिस ने मंगलवार की शाम को केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को गिरफ्तार कर लिया था। आरोप है कि राणे ने भाजपा की जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान रायगढ़ में राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद राणे के खिलाफ चार अलग-अलग एफआईआर दर्ज कराई गई। पुलिस ने पहले उन्हें हिरासत में लिया और कुछ देर बाद गिरफ्तार कर लिया।
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नारायण राणे की गिरफ्तारी की सूचना प्रोटोकॉल के तहत राज्यसभा सभापति कार्यालयच को दे दी गई थी। वहीं, महाड कोर्ट में सुनवाई के दौरान नारायण राणे की पत्नी नीलिमा और बेटे नितेश राणे भी मौजूद थे। इससे पहले दिन में राणे का कथित बयान आने के बाद राज्यभर में शिवसैनिकों ने उत्पात मचाया था। नारयण राण के घर और कार्यालय के अलावा कई शहरों में भाजपा कार्यालयों पर तोडफ़ोड़ की गई तथा कुछ भाजपा नेताओं से जमकर मारपीट भी की गई। हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब किसी राज्य की पुलिस ने पद पर रहते हुए किसी केंद्रीय मंत्री को गिरफ्तार किया है। हां, यह जरूर है कि बीते 20 साल में नारायण राणे जरूर ऐसे पहले केंद्रीय मंत्री हैं, जिन्हें राज्य की पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जबकि अब तक नारायण राणे तीसरे ऐसे केंद्रीय मंत्री हैं, जिन्हें राज्य की पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
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नारायण राणे से पहले दो और केंद्रीय मंत्री रहे, जिन्हें राज्य की पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जी हां, जून 2001 में चेन्नई पुलिस ने नाटकीय घटनाक्रम में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय मुरासोली मारन और टीआर बालू को देर रात गिरफ्तार किया था। यही नहीं, पुलिस ने उस रात तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय करुणानिधि को भी उनके घर से सोते समय गिरफ्तार किया था। इन सभी की गिरफ्तारी फ्लाईओवर घोटाले के आरोप में की गई थी। दस जुलाई तक इन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया, लेकिन बाद में तत्कालीन रक्षा मंत्री जार्ज फर्नांडीज उनसे मिलने चेन्नई पहुंचे थे। इस दौरान मारन, बालू और करुणानिधि की ओर से जमानत याचिका दायर की गई थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए उन्हें जमानत दे दी थी।
बता दें गिरफ्तारी के दौरान काफी झड़प भी हुई, जिसमें मारन और बालू दोनों को चोट आई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। मुरासोली मारन पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि के भतीजे थे।