शीला ने साधा केजरीवाल पर निशाना, मेट्रो में मुफ्त सफर AAP का सियासी एजेंडा अगर इस बार बुर्के को लेकर विवाद बढ़ता है तो उसका कारण शिवसेना नहीं बल्कि भाजपा के नेता जिम्मेदार माने जाएंगे। ऐसा इसलिए कि भाजपा नेताओं ने ईद के मौके पर मिठाईयों के साथ बुर्के बांटे हैं। भाजपा नेताओं की इस पहल को शिवसेना के नेता भड़काने वाली कार्रवाई भी मान सकते हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मोदी को लिखा खत, कृषि ऋण माफी पर विचार करे केंद्र मुस्लिम महिलाओं को लेना पड़ता है बुर्के का सहारा मुंबई भाजपा के नेता हैदर आजम ने इस मुद्दे पर सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने इस मामले में काफी महिलाओं से बात की। मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि कई बार ऐसी परिस्थितियां हो जाती हैं कि उन्हें छुपने के लिए बुर्के का सहारा लेना पड़ता हैं। कामकाजी महिलाओं को घर से बाहर निकलने पर भी बुर्के का ही सहारा लेना पड़ता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए महिलाओं को ईद के मौके पर मिठाईयों के साथ बुर्के दिए गए हैं।
TDP नेता श्रीनिवास ने चंद्रबाबू नायडू से कहा- ‘नहीं संभाल पाऊंगा लोकसभा में पार्टी व्हिप का पद’ बुर्के के सुरक्षा को खतरा नहीं होता मुंबई भाजपा के अध्यक्ष आशीष शेलार का कहना था कि बुर्के से सुरक्षा को खतरा नहीं होता है और न ही बुर्का पिछड़ेपन की निशानी है। बुर्का महिलाओं को मजबूत बनाता है। बता दें कि सुरक्षा मद्देनजर आस्ट्रेलिया, फ्रांस, न्यूजीलैड, जैसे कई देशों ने बुर्के पर रोक लगा रखी है।
TDP नेता श्रीनिवास ने चंद्रबाबू नायडू से कहा- ‘नहीं संभाल पाऊंगा लोकसभा में पार्टी व्हिप का पद’ शिवसेना बुर्के पर लगाना चाहती है प्रतिबंध आपको बता दें कि करीब एक महीने पहले जब लोकसभा चुनाव का प्रचार चरम पर था तो शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा था कि भीषण बम विस्फोट के बाद श्रीलंका में बुर्का और नकाब सहित चेहरा ढंकने वाली हर चीज पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। श्रीलंका सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया है। इस पर प्रतिबंध श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाल सिरिसेना ने लगाया है। शिवसेना ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी को भी श्रीलंका की तरह सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारत में बुर्के पर बैन लगाने की पीएम से मांग की थी।