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कुल 6 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट
दरअसल, 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने कुल 6 मुस्लिम उम्मीदवार ही चुनावी मैदान में उतारे थे। भाजपा के इन मस्लिम उम्मीदवारों में से एक भी चुनाव न जीत सका। भाजपा के इन उम्मीदवारों में दो 27 प्रतिशत मुस्लिम आबादी वाले पश्चिम बंगाल थे। जबकि एक उम्मीदवार लक्षद्वीप में उतारा गया था, जबकि मुस्लिमों की आबादी का आंकड़ा 95 प्रतिशत है। इसके अलावा पार्टी ने तीन प्रत्याशी जम्मू—कश्मीर में उतारे थे। लेकिन इन मुस्लिम उम्मीदवारों में से एक भी जीत के आंकड़ें तक नहीं पहुंच पाया।
इसके अलावा राजनीतिक लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन के 6 सांसद जीतकर आए हैं। मुस्लिम सांसदों की भागीदारी में दूसरा स्थान पश्चिम बंगाल का है। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस के टिकट पर जीते 5 मुस्लिम सांसद लोकसभा तक पहुंचेंगे।
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5.55 लाख वोट मुस्लिम उम्मीदवारों को
अगर बात 2014 में हुए लोकसभा चुनाव की करें तो 16वीं लोकसभा में 23 मुस्लिम सांसद चुनकर आए थे।
जबकि भाजपा के टिकट पर कोई भी मुस्लिम सांसद चुनकर नहीं आया था। भाजपा पिछले लोकसभा चुनाव 482 में से सात मुस्लिम (1.45 प्रतिशत) उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, लेकिन कोई भी जीत हासिल नहीं कर पाया। इस दौरान भाजपा को मिले कुल 17.16 करोड़ वोट (31 प्रतिशत) में से 5.55 लाख वोट मुस्लिम उम्मीदवारों को गया था।