नीतीश कुमार ने सुबह 11 बजे पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। इसके बाद एनडीए से अलग होने का ऐलान कर दिया गया। नीतीश कुमार ने बताया कि बीजेपी लगातार अपमान करती आई और जेडीयू को तोड़ने की कोशिश कर रही है। लिहाजा एनडीए से अलग हो रहे हैं।
इसके बाद नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और अपना इस्तीपा राज्यपाल को सौंप दिया। नीतीश कुमार ने कहा कि जब तक वह साथ रहे, उन्होंने गठबंधन का धर्म निभाया।
यह भी पढ़ें – नीतीश ने सरकार बनाने का दावा पेश किया, कहा- हमें 164 विधायकों का समर्थन उन्होंने बीजेपी पर जेडीयू को खत्म करने की साजिश रचने का आरोप लगाया। नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी ने हमेशा अपमानित किया। इसके बाद वो तेजश्वी यादव से मिले और वहां से तेज प्रताप के साथ सीधे राज्यपाल से मिलने पहुंचे। यहां उन्होंने राज्यपाल को सात राजनीतिक दलों और 164 विधायकों के समर्थन पत्र उन्हें सौंपे।
इसके बाद नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और अपना इस्तीपा राज्यपाल को सौंप दिया। नीतीश कुमार ने कहा कि जब तक वह साथ रहे, उन्होंने गठबंधन का धर्म निभाया।
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इसके बाद नीतीश और तेजश्वी ने साझा कॉन्फ्रेंस की और बीजेपी पर जमकर आरोप लगाए। इसके साथ ही सात पार्टियों के साथ मिलकर बिहार की सेवा करने की बात कही।
नीतीश कुमार 10 अगस्त को 8वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे। इससे पहले सात बार वे बिहार के मुख्यमंत्री बन चुके हैं।
– साल 2005 में हुए मध्यावधि चुनाव में नीतीश कुमार पहली बार बहुमत के साथ मुख्यमंत्री बने हालांकि मुख्यमंत्री के तौर पर यह उनका दूसरी बार शपथ था।
– नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए को साल 2010 के विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत मिली और वे तीसरी बार सीएम बने।
– 2015 में चौथी बार सीएम बने। दरअसल 2014 के लोकसभा चुनाव में पराजय के बाद नीतीश कुमार ने सीएम पद छोड़ दिया था, लेकिन बाद में जीतन राम मांझी के साथ विवाद के कारण उन्होंने 2015 मे एक बार फिर कमान अपने हाथ में ली।
नीतीश कुमार 10 अगस्त को 8वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे। इससे पहले सात बार वे बिहार के मुख्यमंत्री बन चुके हैं।
– साल 2005 में हुए मध्यावधि चुनाव में नीतीश कुमार पहली बार बहुमत के साथ मुख्यमंत्री बने हालांकि मुख्यमंत्री के तौर पर यह उनका दूसरी बार शपथ था।
– नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए को साल 2010 के विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत मिली और वे तीसरी बार सीएम बने।
– 2015 में चौथी बार सीएम बने। दरअसल 2014 के लोकसभा चुनाव में पराजय के बाद नीतीश कुमार ने सीएम पद छोड़ दिया था, लेकिन बाद में जीतन राम मांझी के साथ विवाद के कारण उन्होंने 2015 मे एक बार फिर कमान अपने हाथ में ली।
– 2015 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद पांचवी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
– इसके बाद 2017 में लालू परिवार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद नीतीश कुमार ने पद से इस्तीफा दे दिया और तुरंत बाद बीजेपी के समर्थन से छठी बार सीएम पद की शपथ ली।
– 2020 के चुनाव में जीत के बाद सातवीं बार नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि ये भी ज्यादा दिन नहीं चली और बीजेपी एनडीए से अलग होकर एक बार फिर महागठबंधन की सरकार बनाने जा रहे हैं। 10 अगस्त 2022 को वे 8वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे।
यह भी पढ़ें – रवि शंकर प्रसाद ने नीतीश कुमार से पूछा बीजेपी के साथ क्यों आए थे?
– इसके बाद 2017 में लालू परिवार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद नीतीश कुमार ने पद से इस्तीफा दे दिया और तुरंत बाद बीजेपी के समर्थन से छठी बार सीएम पद की शपथ ली।
– 2020 के चुनाव में जीत के बाद सातवीं बार नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि ये भी ज्यादा दिन नहीं चली और बीजेपी एनडीए से अलग होकर एक बार फिर महागठबंधन की सरकार बनाने जा रहे हैं। 10 अगस्त 2022 को वे 8वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे।
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