इसके बाद मीडिया से बातचीत में मांझी ने कहा कि ‘शराबबंदी की नीतियों में संशोधन किया जाए। ये ओपन सीक्रेट है कि जो बड़े लोग हैं, जो ठेकेदार हैं, धनवान हैं, इंजीनियर हैं, डॉक्टर हैं, आईएएस हैं, आईपीएस हैं, ये सभी रात में 10 बजे के बाद लिमिट में शराब पीते हैं, ये बात दुनिया नहीं जानती पर गरीब को इसके लिए पकड़ा जाता है।’
इस बातचीत के दौरान हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (secular) के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने आगे कहा कि ‘शराब पीकर इधर-उधर क्यों घूमते हो? लिमिट में पियो न जैसे बड़े लोग पीते हैं। अब तुम पीकर चौराहे पर घूमोगे तो पकड़ने की बात आएगी ही। इसलिए बड़े लोगों से सीखों कैसे लिमिट में शराब पी जाती है और सुबह काम पर निकल जाओ।’
बता दें कि बिहार में वर्ष 2016 से पूर्ण शराबबंदी है इसके बावजूद यहाँ शराब तस्करी के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं। यहाँ तक कि एक रिपोर्ट में सामने आया था कि शराब के सेवन के मामले में बिहार ने महाराष्ट्र को भी पीछे छोड़ दिया है।