बताया जा रहा है कि हिना ने अपने करीबी हरिशंकर यादव की दावेदारी पर मुहर लगा दी है। उसके बाद आरजेडी नेतृत्व ने रघुनाथपुर विधानसभा सीट से हरिशंकर को पार्टी का प्रत्याशी बनाया है।
हिना के चुनाव न लड़ने के निर्णय के बाद से सिवान में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि आखिर वो ऐसा क्यों कर रही हैं, जबकि आरजेडी नेतृत्व उनकी पसंद की सीट पर टिकट देने को राजी है।
Bihar Election : बड़ी जीत के लिए कांग्रेस ने बनाई 6 समितियां, सुरजेवाला को मिली अहम जिम्मेदारी दरअसल, बाहुबली मोहम्मद शहाबुद्दीन 2009 से जेल में अपने अपराधों की सजा काट रहा है। लालू प्रसाद यादव के इस करीबी पर चुनाव लड़ने की रोक है। उसके बाद से शहाबुद्दीन ने अपनी पत्नी को कई बार चुनाव जिताने की कोशिश की। इस कोशिश में हिना 2009, 2014 और 2019 में लगातार तीन बार चुनाव हार गईं। यानि हिना चुनावी हार की हैट्रिक लगा चुकी हैं।
बताया जा रहा है कि अपराध पर टिके जनाधार के खत्म हो जाने की वजह से हर बार हिना शहाब को नाकामयाबी मिली। दो बार तो उसे शख्स के आगे नाकामयाबी मिली जिसे शहाबुद्दीन ने कॉलेज के दिनों में सरेआम पीटा था।
Bihar Election : नीतीश कुमार आज से करेंगे प्रचार अभियान की शुरुआत, पीएम मांगेंगे सीएम के लिए वोट ओम प्रकाश यादव ने पहली बार 2009 में बतौर निर्दलीय शहाबुद्दीन की पत्नी हीना शहाब को सीवान से करीब 60 हजार वोटों से हराया था। 2014 में भी ओम प्रकाश ने हिना को चुनावी मात दी। ओम प्रकाश यादव वही व्यक्ति हैं जिसे शहाबुद्दीन ने कॉलेज के दिनों में सरेआम पीटा था। 2019 में हिना को अजय सिंह की पत्नी कविता सिंह चुनावी मात देने में सफल हुई। बताया जा रहा है कि लगातार हार के बाद हिना ये फैसला लिया है कि अब वो चुनाव नहीं लड़ेंगी।
बता दें कि तेजाब कांड में 2007 में कोर्ट ने शहाबुद्दीन को आजीवन कारावास की सजा दी। 2009 में निर्वाचन आयोग ने शहाबुद्दीन के चुनाव लड़ने पर रोक लगा दिया। इसके बाद शहाबुद्दीन पत्नी हीना शहाब के जरिए अपना राजनीतिक रसूख बनाए रखने के लिए छटपटा रहा है। आरजेडी ने हिना शहाब को लगातार टिकट दिया, पर वो कभी चुनाव नहीं जीत पाईं ।