राजीव की वजह से जिंदा हूं
अटल बिहारी वाजपेयी भले ही राजनीति में कांग्रेस को अपना विरोधी मानते रहे लेकिन राजीव गांधी को लेकर उन्होंने कई बार अच्छी बातें कहीं। खास तौर पर अपने जिंदा रहने पर श्रेय भी उन्होंने राजीव गांधी को ही दिया था। दरअसल 1991 में पत्रकार करण थापर से बातचीत में राजीव गांधी और अपने संबंधों की चर्चा करते हुए वाजपेयी ने बताया था कि राजीव गांधी की असमय मौत मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति थी, राजीव जी , ने कभी भी राजनीतिक मतभेदों को आपसी संबंधों पर हावी नहीं होने दिया, मैंने अपनी बीमारी की बात ज्यादातर लोगों को नहीं बताई थी लेकिन राजीव गांधी को किसी तरह से इस बारे में पता चल गया तो उन्होंने मेरी मदद की थी।
बहरहाल राजनीतिक जीवन में न तो राजीव गांधी और ना ही अटल बिहारी वाजपेयी ने इस बात का जिक्र किया। राजीव गांधी की मौत के बाद एक इंटरव्यू में वाजपेयी खुद को रोक नहीं पाए और राजीव गांधी से जुड़ा ये राज उन्होंने जाहिर किया। हालांकि वाजपेयी ने एक पोस्टकार्ड के जरिये राजीव गांधी को मदद के लिए धन्यावद दिया था।
लेकिन उस दौर की राजनीतिक की उलट असर इन दिनों देखने को मिल रहा है। उन्हीं अटल के सिद्धांतों पर आगे बढ़ने का दावा करने वाली भाजपा के मुखिया ही इन दिनों विवादित बयानों से अटल सिद्धांतों को गलत साबित कर रहे हैं। जिस व्यक्ति की तारीफ भाजपा के आधार स्तंभ ने भी की उन्हीं पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगाकर पीएम मोदी न सिर्फ भाजपा के सिद्धांतों को किनारे किया है बल्कि विपक्ष को भी बैठ बैठाए एक बड़ा मुद्दा भी दे दिया है।