लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि पिछले एक साल में भाजपा ने अपने 5 दिग्गज नेताओं को को खोया है। जबकि इनमें से 4 तो केंद्र सरकार मैं कैबिनेट मंत्री रहे।
जबकि खुद अटल बिहारी वाजपेयी ने तो देश में भाजपा की पहचान कराई।
अरुण जेटली
अरुण जेटली देश के पूर्व वित्त मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का शनिवार को 66 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।
वह लंबे समय से बीमार थे और सांस लेने में परेशानी के चलते उनको दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले मंत्रिमंडल में भाजपा के दिग्गज नेता ने वित्तमंत्री का कार्यभार 2014 से 2018 तक संभाला। इससे पहले वह राज्यसभा में 2009 से 2014 तक नेता प्रतिपक्ष रहे।
Live Blog: निगम बोध घाट लाया गया अरुण जेटली का पार्थिव शरीर, अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू
अटल बिहारी वाजपेयी
देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का 16 अगस्त, 2018 को निधन हो गया। वह काफी समय से बीमार चल रहे थे।
यही वजह है कि उन्होंने 2004 में सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया था।
भाजपा के संस्थापकों में से एक अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ था। वह तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे।
अरुण जेटली ने ऐसे की थी मनमोहन सरकार की मदद, कांग्रेस नेता ने किया खुलासा
अनंत कुमार
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अनंत कुमार का 12 नवंबर, 2018 बेंगलुरु में निधन हो गया। वह केंद्र सरकार में मंत्री भी थे।
अनंत के नाम बेंगलुरु साउथ सीट से लगातार 6 बार जीत हासिल करने का भी रिकॉर्ड है। 59 वर्षीय अनंत कुमार फेफड़ों के कैंसर रोक से ग्रसित थे।
भाजपा सरकार में उन्होंने संसदीय कार्यमंत्री जैसी अहम जिम्मेदारी संभाली।
अरुण जेटली के निधन से दुखी सोनिया गांधी, पत्नी संगीता को लिखा भावुक पत्र
मनोहर पर्रिकर
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर 17 मार्च, 2019 को दुनिया से अलविदा कह गए।
देश के रक्षा मंत्री भी रहे पर्रिकर अग्नाशय के कैंसरे रोग से पीड़ित थे। पर्रिकर ने 2014 में राजग सरकार में रक्षा मंत्री की भूमिका निभाई।
सुषमा स्वराज
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की देश ही पूरी दुनिया में अलग पहचान थी। सुषमा इसी महीने की 6 तारीख को हमारे बीच से चली गई।
सुषमा स्वराज 67 साल की थीं। मोदी सरकार में देश की विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज ने दुनिया भर में भारत के कुशन नेतृत्व का डंका बजाया।
जुलाई 1977 में मुख्यमंत्री देवी लाल की सरकार वह बहली बार कैबिनेट मंत्री बनीं।