अमित शाह ( Amit shah ) ने ट्वीट में लिखा कि 1975 में आज ही के दिन मात्र अपने राजनीतिक हितों के लिए देश के लोकतंत्र की हत्या की गई। देशवासियों से उनके मूलभूत अधिकार छीन लिए गए, अखबारों पर ताले लगा दिए गए। लाखों राष्ट्रभक्तों ने लोकतंत्र को पुनर्स्थापित करने के लिए अनेकों यातनाएं सहीं। ‘मैं उन सभी सेनानियों को नमन करता हूं’।
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वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने भी ट्वीट कर इमरजेंसी ( Anniversary Emergency ) का विरोध करने वालों को सलाम किया है। प्रधानमंत्री ने लिखा कि वह उन सभी महानुभावों को सैल्यूट करते हैं जिन्होंने आपातकाल का जमकर विरोध किया। भारत का लोकतांत्रिक लोकाचार एक अधिनायकवादी मानसिकता पर सफलतापूर्वक हावी रहा।
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इसके साथ ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( West Bengal Mamata Banrjee ) ने भी इमरजेंसी ( Anniversary Emergency ) की बरसी को लेकर ट्वीट किया। ममता बनर्जी ( Mamata Banrjee ) ने मोदी सरकार ( Modi Goverment ) की तुलना इमरजेंसी ( Emergency ) से की। उन्होंने लिखा कि आज इमरजेंसी की बरसी है, लेकिन पिछले 5 साल में देश में सुपर इमरजेंसी लागू हो गई हैं। ममता ने लिखा कि हमें इतिहास से सबक लेना चाहिए और लोकतांत्रिक संस्थानों की रक्षा करनी चाहिए।
आपातकाल
गौरतलब है कि 25 जून, 1975 को भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ( pm indira gandhi ) ने देश में इमरजेंसी ( Anniversary Emergency ) लगा दी थी। देश में इमरजेंसी लगभग 2 साल तक लागू रही। इमरजेंसी (Emergency ) के दौरान सरकार के खिलाफ बोलने वालों को जेलों में डाल लिया गया था। जबकि प्रेस पर भी तमाम तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए थे।