वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी, इस बार मानसून लाने वाला है बड़ी परेशानी एक निजी चैनल को दिए गए इंटरव्यू के दौरान जब गृह मंत्री अमित शाह ( union home minister amit shah ) से मध्य प्रदेश के सियासी घमासान पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि इसमें भाजपा ( BJP ) की कोई भूमिका नहीं है।
शाह ने इसकी वजह कांग्रेस को बताते हुए कहा कि कांग्रेस विधायकों ( Congress MLA ) के विद्रोह का कारण पार्टी के अंदर सम्मान ना मिलना था। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भी पार्टी ने यही किया और नतीजतन उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का निर्णय ले लिया। सिंधिया के लिए कांग्रेस नेतृत्व जिम्मेदार था, भारतीय जनता पार्टी नहीं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में नेताओं को सम्मान नहीं दिया जाता है। यही वजह है कि ज्योतिरादित्य जैसे नेताओं तक को भी कांग्रेस पार्टी संभालकर नहीं रख सकी। यह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की विफलता है।
गौरतलब है कि 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने करीब डेढ़ दशक बाद कमलनाथ के नेतृत्व में सरकार बनाई। हालांकि यह ज्यादा लंबे वक्त तक नहीं चल सकी और 15 माह में ही धराशायी हो गई। कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत मध्य प्रदेश के 22 विधायकों द्वारा कांग्रेस पार्टी छोड़े जाने के बाद कमलनाथ सरकार गिर गई।
इस सियासी उठापटक के बाद भाजपा ने शिवराज सिंह के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में सरकार का गठन किया। चौहान को चौथी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त किया गया। शाह वर्चुअल रैली करेंगे
वहीं, इस साल के अंत में संभावित बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने चुनाव प्रचार का बिगुल अगले सप्ताह फूंकने की तैयारी कर ली है। केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह नौ जून से प्रचार की शुरुआत करेंगे।
बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने सोमवार को बताया कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह वीडियो कॉन्फ्रेंस, फेसबुक लाइव के जरिए एक सभा को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि इस वर्चुअल सभा की पूरी तैयारी कर ली गई है।जायसवाल ने कहा कि हमारा लक्ष्य इस वर्चुअल सभा में राज्य के 243 विधानसभा क्षेत्रों के कम से कम एक लाख लोगों को शामिल करना है।