पार्टी की रणनीति पर चर्चा
अमित शाह ने रविवार को बैठक में तीन राज्यों हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड को फोकस करते हुए इन राज्यों से अपनी कोर कमेटी के सदस्यों के साथ चर्चा शुरू कर दी है। इस चर्चा का एजेंडा विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत के सिलसिले को बरकरार रखना है।
खास बात यह है कि जिन तीन राज्यों को लेकर अमित शाह ने चर्चाओं का दौर शुरू किया है। इन तीनों ही राज्यों में मौजूदा समय में भाजपा की ही सरकार है। ऐसे में पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती अपनी सरकार को बचाकर रखना होगी। इस रणनीति पर कैसे काम किया जाए ताकि जनता का भरोसा जीता जा सके ये इस बैठक में निकलकर सामने आएगा।
भारतीय जनता पार्टी ने अपना आगामी एजेंडा सेट कर लिया है। विधानसभा चुनावों के साथ भाजपा संगठन के चुनावों पर भी बैठकें आयोजित की जानी है। हालांकि इससे पहले ही पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने 13 और 14 जून को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के संगठन से जुड़े प्रमुख नेताओं की बैठक बुलाई है। इस बैठक में सांगठनिक मामलों के प्रभारी नेता हिस्सा लेंगे। मकसद साफ है विधानसभा चुनाव से पहले संगठन प्रमुखों के नाम पर मुहर लगाकर उन्हें आगे की जिम्मेदारी सौंपना।
दरअसल पीएम मोदी ने भी इस बार योगदिवस पर झारखंड का चयन किया है। 21 जून को आयोजित होने वाले योग कार्यक्रम में वे इस बार रांची में हिस्सा लेंगे। दरअसल इस वर्ष होने वाले चुनाव से पहले मोदी यहां पर कार्यक्रम के साथ लगे हाथ पार्टी के लिए माहौल भी बनाने की कोशिश में जुटे हैं। ये पीएम मोदी का संकेत है कि वे झारखंड को लेकर अभी से सक्रिय हो गए हैं।
महाराष्ट्र
कुल सीट – 288
बीजेपी – 122
शिवसेना – 63
कांग्रेस – 42
एनसीपी – 41
कुल सीट – 90
बीजेपी – 47
इनेलो – 19
कांग्रेस – 15
हजकां – 2
बसपा – 1
शिअद – 1
निर्दलीय – 5 झारखंड
कुल सीट – 82
बीजेपी प्लस – 47
झामुमो – 19
कांग्रेस – 7
जेवीएम – 2
बसपा – 1
सीपीआई (एमएल) – 1
अन्य – 4
अमित शाह का तीन साल का कार्यकाल इस साल की शुरुआत में खत्म हो चुका है, लेकिन पार्टी ने उनसे संगठन के चुनाव होने तक कामकाज संभालने को कहा। लोकसभा चुनावों पर ध्यान देने की वजह से संगठन के चुनावभी टाल दिये गये थे। हालांकि अब भी पार्टी का फोकस विधानसभा चुनावों पर है। ऐसे में माना जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष के चयन के बाद ही राष्ट्रीय अध्य़क्ष के नाम पर मुहर लगेगी।