यह भी पढ़े-AAP विधायक अलका लांबा ने पार्टी से दिया इस्तीफा, कांग्रेस में हो सकती हैं शामिल दरअसल, बीते मंगलवार को अलका लांबा ने कांग्रेस की अतंरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की थी। जिसके बाद से ऐसी चर्चा है कि वह कांग्रेस में फिर से शामिल हो सकती हैं।
आपको बता दें कि अलका लांबा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस से की थी। उस दौरान भी वह चर्चा में रही थीं। उनकी सुर्खियों में रहने की वजह कभी उनका राजनीतिक जीवन तो कभी उनका निजी जीवन रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बहुत कम लोग ही जानते हैं कि राजनीति के चलते ही उनका तलाक हुआ था।
राजनीतिक करियर की शुरुआत अलका लांबा ने एनसयूआई (NSUI) की छात्र राजनीति से अपने करियर की शुरूआत की थी। वह कांग्रेस में सचिव तक रह चुकीं हैं। इसके बाद उन्होंने 2014 में आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली। उन्होंने 2015 में दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। लेकिन केजरीवाल सरकार के चार साल पूरे होते-होते उनका कई बार पार्टी के साथ विवाद सामने आया।
शादी और तलाक
अलका लांबा जब एनसयूआई (NSUI) की छात्र राजनीति में सक्रिय थीं उसी दौरान उनकी लव स्टोरी शुरू हो गई थी। उन दिनों अलका दिल्ली के एक रईस लोकेश के संपर्क में थीं। दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ने लगा। फिर दोनों ने शादी का फैसला किया। दोनों के परिवार वालों को शादी से कोई परेशानी नहीं थी। दोनों की शादी हो गई और उनका एक बेटा भी है। लेकिन शादी के बाद से ही दोनों में टकराव की भी ख़बरें सुनने को मिलती थीं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2003 में अलका का तलाक हुआ था। उस समय उनके पति ने उन पर राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं का आरोप लगाते हुए कहा था कि अलका ने उनके प्लैट पर जबरन कब्जा कर लिया है। लोकेश के मुताबिक, अलका उनके परिवार वालों के साथ बुरा बर्ताव करती थी। अपनी राजनीतिक हसरतों के चलते वह परिवार की कद्र नहीं करती थी।
साल 2003 में जब वह दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर सक्रिय थीं। उसी साल लोकेश ने उनसे तलाक मांगा था। रिपोर्ट के मुताबिक, अलका ने बिना किसी हिचक के उन्हें तलाक दे दिया। लोकेश ने आरोप लगाया कि अलका ने उनके प्लैट को जबरन अपना राजनीतिक दफ्तर बना लिया था। वह अपनी राजनीति के चक्कर में परिवार पर ध्यान नहीं देती थी। हालांकि इतने विवादों के बीच कभी भी इस बारे में अलका का कोई बयान सामने नहीं आया।