BIG NEWS: एनसीपी नेताओं का सबसे बड़ा खुलासा… डिप्टी सीएम पद से अजीत पवार आज देंगे इस्तीफा!… मच गई खलबली… अजीत पवार के रविवार शाम को उठाए गए इस कदम ने ना केवल राजनीतिक पंडितों बल्कि राकांपा-शिवसेना और कांग्रेस को भी फिर से झटका दिया। अजीत के इस अपडेट और ट्विटर पर सभी का आभार जताने पर स्पष्ट रूप से उनके चाचा और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार को गहरा सदमा लगा होगा।
अजीत पवार के इस कदम ने राकांपा के उन नेताओं का भी मुंह बंद कर दिया है जिन्होंने रविवार दिन में कहा था कि शाम तक अजीत डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा दे सकते हैं। वहीं, एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक की भी उम्मीदें खत्म हो गईं दिखती हैं, जिन्होंने कहा था कि अजीत पवार अपनी गलती सुधारेंगे। दो एनसीपी विधायक उनके संपर्क में हैं। हालांकि बाद में अजीत ने किसी की भी एक न सुनी।
बड़ी खबरः महाराष्ट्र में हुए उलटफेर पर सबसे बड़ा खुलासा… इस शख्स के दिमाग की थी प्लानिंग… सबसे पहले इन्हें टार्गेट किया.. वहीं, अजीत ने शाम को एक के बाद एक लगातार ट्वीट करके उन्हें डिप्टी सीएम पद की शुभकामनाएं देने वाले हर व्यक्ति का आभार जताया। अजीत ने सबसे पहले पीएम मोदी की शुभकामनाओं का आभार जताते हुए ट्विटर पर रिप्लाई किया, “माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आपका शुक्रिया। हम महाराष्ट्र की जनता के कल्याण के लिए कड़ी मेहनत करने वाली एक स्थायी सरकार देने के लिए आश्वस्त करते हैं।”
इसके बाद अजीत पवार ने लाइन से गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, सदानंद गौड़ा, मुख्तार अब्बास नकवी, गजेंद्र सिंह शेखावत, सुरेश प्रभु, गिरीश बापट, विजय रूपाणी, रामदास अठावले, अनुराग ठाकुर, धर्मेंद्र प्रधान, रवि किशन, डॉ. हर्ष वर्धन को शुक्रिया कहा।
महाराष्ट्र में एनसीपी का फैसला… बढ़ा सकता है केरल में सरकार से फासला.. हो गया बड़ा खुलासा.. अब होगा इसके बाद अजीत पवार ने सबसे ताजा ट्वीट किया, “चिंता करने की बिलकुल जरूरत नहीं है, सब ठीक है। हालांकि थोड़ा धैर्य आवश्यक है। आप सभी के समर्थन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।”
उन्होंने आगे लिखा, “मैं एनसीपी में हूं और हमेशा एनसीपी में रहूंगा और शरद पवार साहब हमारे नेता हैं। हमारा भाजपा-राकांपा गठबंधन अगले पांच वर्षों के लिए महाराष्ट्र में एक स्थिर सरकार प्रदान करेगा जो राज्य और इसके लोगों के कल्याण के लिए ईमानदारी से काम करेगी।”