हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने खासतौर से उन लोगों से प्लाज्मा डोनेट करने के लिए आगे आने की अपील की है जो कोरोना पॉजिटिव पाए गए और इलाज के बाद घर लौट चुके हैं। उन्होंने कहा कि अगर उनका स्वास्थ्य ठीक है तो वह मानव सेवा के लिए आगे आएं। उन्होंने मुस्लिम भाइयों से कहा है कि रेड क्रास सोसायटी से संपर्क कर प्लाज्मा या ब्लड को डोनेट करें।
Aarogya Setu ऐप के प्रचार का ये तरीका मोदी और शाह को लगा अच्छा, बोले – सही कहा अजय मुस्लिमों को न बनाएं बलि का बकरा इससे पहले मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि बीजेपी के प्रचारकों को मालूम होना चाहिए कि वो व्हॉट्सऐप फॉरवर्ड के जरिए कोरोना वायरस को नहीं हरा सकते। मुस्लिमों को बलि का बकरा बनाना कोरोना वायरस की दवा नहीं है। न ही ये पर्याप्त टेस्टिंग का विकल्प हो सकता है। साथ ही उन्होंने झूठी खबरें फैलाकर मुसलमानों पर हमले न कराएं।
Lockdown: विकसित देशों की तुलना में भारत कोरोना को रोकने में अब तक कामयाब रहा – सीके क्या कहा था स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा था कि ऐसा देखने में आया है कि कोविड-19 के इलाज में कोनवालेसेंट प्लाजमा अहम भूमिका निभा सकता है। इसलिए हमने रेड क्रॉस से निवेदन किया है कि ऐसे लोगों तक पहुंचे जो कोरोना से ठीक हो चुके हैं?। बीमारी से उबर चुके मरीजों का मनोबल बढ़ाकर उन्हें ब्लड डोनेट करने के लिए प्रेरित करें।