मेरठ की 7 विधानसभा सीटों पर सुबह सात बजे से मतदान शुरू हुआ। शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, बुलंदशहर और हापुड़ में शाम पांच बजे तक 60 फीसदी से अधिक लोगों ने वोट डाले जबकि दिल्ली से सटे गाजियाबाद और नोएडा में सबसे कम 54.77 फीसदी मतदान हुआ। भाजपा नेता श्रीकांत शर्मा ने मथुरा में वोट डाला जबकि चौधरी लक्ष्मी नारायण ने छाता और कपिल देव अग्रवाल ने मुजफ्फरनगर में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) अध्यक्ष जयंत चौधरी बिजनौर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होने के कारण वोट डालने मथुरा नहीं पहुंचे लेकिन उनकी पत्नी ने वोट डाला। योगी सरकार में गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने थाना भवन में अपने मताधिकार का प्रयोग किया और सभी 58 सीटों पर जीत का दावा किया।
निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक आगरा में 56.61, अलीगढ़ में 57.25, बागपत में 61.35, हापुड़ में 60.50, बुलंदशहर में 60.52, गौतमबुद्धनगर में 54.77, गाजियाबाद में 54.77, मथुरा में 58.51, मेरठ में 58.52, मुजफ्फरनगर में 62.14 और शामली में 61.78 प्रतिशत मतदान हुआ था। मतदान शाम छह बजे तक चलेगा। गौरतलब है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में पहले चरण में 73 सीटों पर 64.22 प्रतिशत मतदान हुआ था जबकि 2012 में 58.62 प्रतिशत मतदान हुआ था। खुर्जा विधानसभा क्षेत्र के गांव सूरतपुर कला में मशीन में तकनीकी खराबी आने से करीब तीन घंटे बाद मतदान शुरू हो सका वहीं डिबाई थाना क्षेत्र के नगला भूड़ गांव में सड़क और पुल न बनने से नाराज ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया। हालांकि अफसरों और बीजेपी प्रत्याशी सीपी सिंह के समझाने के बाद करीब अपराह्न बारह बजे ग्रामीण मान गए और मतदान शुरू हुआ।