…नाराज विधायकों ने लगाए ये आरोप – राज्य नेतृत्व विधायकों को पर्याप्त महत्व नहीं दे रहा है।
– अफसरों से मुलाकात के लिए भी इंतजार करना पड़ता है।
– जनता से जुड़े मुद्दों पर सरकारी अधिकारी जवाब भी नहीं देते हैं।
– अफसरों से मुलाकात के लिए भी इंतजार करना पड़ता है।
– जनता से जुड़े मुद्दों पर सरकारी अधिकारी जवाब भी नहीं देते हैं।
…ये हैं तीनों विधायक विजय रूपाणी सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों में वाघोड़िया की विधायक मधु श्रीवास्तव, सावली विधायक केतन ईमानदार और मांजलपुर के विधायक योगेश पटेल शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक तीनों ने मीडिया के सामने अपनी बात कहने से पहले बंद कमरे में गहन मंथन किया था। विधायकों का दावा है कि पार्टी के 20 और विधायक नाराज हैं। गौरतलब है कि 182 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा के 99 विधायक हैं। जबकि बहुमत के लिए कम से कम 92 विधायक जरूरी हैं। ऐसे में 20 विधायकों की नाराजगी चिंता का विषय है।
लगातार विवाद से परेशान पार्टी आलाकमान गौरतलब है कि राज्य में पहले मुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान हुआ था फिर उपमुख्यमंत्री पद को लेकर नितिन पटेल की नाराजगी सामने आई थी। कश्मकश स्थिति में मिली चुनावी जीत को देखते हुए पार्टी संगठन भी फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। लेकिन लोकसभा चुनाव और तीन अहम राज्यों में विधानसभा चुनावों से ऐन पहले ऐसे विवाद राज्य से लेकर केंद्र तक के लिए चिंता का विषय बन रहे हैं।