योगी आदित्यनाथ के करीबी का निधन
शांतिनाथ काफी समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने लखनऊ और गुरुग्राम के अस्पताल में उपचार भी कराया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। पिछले कई दिनों से वह आश्रम में ही रह रहे थे। मंगलवार की रात उनका स्वास्थ्य खराब हुआ। उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिलसंडा में भर्ती कराया गया, जहां देररात उनका निधन हो गया। उसके बाद उनका पार्थिव शरीर आश्रम में लाया गया। लंबे समय से बीमार चल रहे थे शांतिनाथ
सूचना मिलते ही गोरखपुर मठ से योगी हनुमाननाथ और योगी दिनेशनाथ यहां आए। दोपहर में परंपरा के अनुसार आश्रम परिसर में ही बनाई समाधि में वह विलीन हो गए। बुधवार को पूरे दिन आश्रम में शोक जताने वालों का तांता लगा रहा। शोक जताने वालों में प्रतिष्ठित लोग, साधु, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी शामिल थे। शांतिनाथ मेला कमेटी के संस्थापक भी थे। वह प्रत्येक वर्ष जिले में सबसे पहले रामलीला कराते थे। इस बार अस्वस्थ होने के कारण उन्होंने मेला कार्य निरस्त कर दिया था।