CAA पर शिवपाल यादव का बड़ा बयान, देश की अखंडता को बताया खतरा
क्या है पूरा मामला थाना सुनगढ़ी में दर्ज कराए गए मुकदमे में बताया गया है कि यूपी पुलिस के सिपाही मोहित गुर्जर ने राहुल नाम के व्यक्ति से एक सुपर स्प्लेंडर मोटरसाइकिल खरीदी थी। कई बार कहने पर जब राहुल ने मोटरसाइकिल उसके नाम ट्रांसफर नहीं करवाई तो उसने मोटरसाइकिल राहुल को वापस कर दी। सिपाही मोहित गुर्जर अपने पैसे वापस लेने के लिए मंडी गेट अपने साथी पुनीत गंगवार और शनि के साथ पहुंचा तो राहुल के साथ मौजूद रामअवतार उर्फ ऋषभ चिंटू बंटी आदि मौजूद थे। जब सिपाही ने अपने पैसे वापस मांगे तो ऋषभ राजपूत ने आगबबूला होकर आरोपी सिपाही के साथ गालीगलौज की। साथ ही खुद को विधायक किशनलाल का भांजा बताते हुए धमकी दी। ऋषभ के इशारे पर वहां मौजूद उसके सहयोगियों ने सिपाही मोहित गुर्जर को लाठी-डंडों से मारा-पीटा। साथ ही जान से मारने की नीयत से फायर करते हुए उसकी चेन व पर्स छीन लिया।
सत्ता की हनक में जेल भिजवाया- सिपाही सिपाही का कहना है कि वह बमुश्किल अपनी जान बचाकर आसाम चौकी पर पहुंचा, जहां विधायक किशनलाल राजपूत अपने कई समर्थकों के साथ जा पहुंचे। चौकी में ही सिपाही के आला अधिकारियों की मौजूदगी में विधायक ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर सिपाही को जूतों से मारा। सिपाही का कहना है कि चौकी पर मौजूद पुलिसकर्मी भी विधायक के आगे बेबस बने पूरे मामले का तमाशा देखते रहे। आरोप है कि विधायक किशनलाल ने सिपाही को पेशाब भी पिलाने की बात कही। सिपाही मोहित गुर्जर ने तहरीर में बताया कि सत्ता की हनक के चलते उस पर झूठा मुकदमा पंजीकृत करा कर उसे जेल भी भिजवा दिया गया। उसके द्वारा दी गई तहरीर पर उसी के विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद न्यायालय की शरण में जाकर मुकदमा दर्ज कराया है। पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है। विवेचना जारी है।
रिपोर्ट इन लोगों के नाम 1- विधायक किशनलाल राजपूत 2- रामअवतार उर्फ ऋषभ 3- राहुल 4- बंटी 5- अमित 6- धर्मेंद्र चौहान