उन्होंने आगे बताया “राहत सामग्री में 5 किलो लाई, 2 किलो भुना चना, 1 किलो गुड़, 10 पैकेट बिस्कुट, माचिस व मोमबत्ती का पैकेट, नहाने के 2 साबुन, 20 लीटर का जरीकेन पेयजल के लिए, तिरपाल, 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 2 किलो अरहर की दाल, 10 किलो आलू, हल्दी, मिर्च, मसाला, 1 लीटर सरसों का तेल, 1 किलो नमक आदि उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं।”
पीलीभीत पहुंचे सीएम योगी ने लिया बाढ़ का जायजा
बाढ़ की चपेट में आए पीलीभीत जिले के हालात को परखने के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरनपुर के चंदिया हजारा में पहुंचे। यहां पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री ने शहर का भी हवाई सर्वेक्षण किया। खकरा और देवहा नदियों की बाढ़ से प्रभावित इलाके के ऊपर सीएम का हेलीकाप्टर काफी देर तक घूमता रहा। इसके बाद पूरनपुर के अभयपुर गांव में बने हेलीपैड पर मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर उतारा। जनप्रतिनिधियों से मिलने के बाद वह बाढ़ग्रस्त गांवों के दौरे पर रवाना हो गए।बाढ़ से प्रभावित लोगों को बांटी राहत सामग्री, कई मंत्री भी रहे मौजूद
मुख्यमंत्री ने चंदिया हजारा में बाढ़ राहत शिविर में पीड़ितों से हाल जाना। उन्होंने प्रभावित लोगों को राहत सामग्री वितरित की। इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, प्रभारी बलदेव सिंह औलख, राज्यमंत्री संजय गंगवार समेत जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। बाढ़ प्रभावितों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों और अफसरों के साथ बैठक भी की। मुख्यमंत्री ने अफसरों से जिले की स्थिति जानी। बाढ़ से निपटने के लिए दिशा-निर्देश दिए।शारदा नदी में बाढ़ आने से 30 गांवों का कनेक्शन कटा
शारदा नदी के उफनाने से रविवार रात को जिले के 30 गांवों में बाढ़ का पानी घरों में भर गया। नदी किनारे के 30 गांवों में जलभराव होने के चलते सभी गांवों का एक-दूसरे से कनेक्शन कट गया था। हालांकि सोमवार दोपहर बाद से बनबसा बैराज से नदी में पानी पास होने की मात्रा कम होने से नदी का जलस्तर कम होना शुरू हो गया, मगर अधिकांश गांवों में मंगलवार को भी घरों, सड़कों पर जलभराव बना रहा। निचले स्थानों के घरों में तीन से चार फुट तो सड़कों पर दो से ढाई फुट पानी भरा रहा।