इससे पहले पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने टिकट कटने के बाद गुरुवार को पत्र लिखकर आम आदमी की आवाज को उठाते रहने की बात कही थी। वरुण गांधी ने अपने इस पत्र को सोशल मीडिया पर शेयर भी किया था।
वरुण गांधी ने पीलीभीत वासियों को प्रणाम कहते हुए लिखा था, “एक सांसद के तौर पर मेरा कार्यकाल भले समाप्त हो रहा हो, पर पीलीभीत से मेरा रिश्ता अंतिम सांस तक खत्म नहीं हो सकता। सांसद के रूप में नहीं, तो बेटे के तौर पर सही, मैं आजीवन आपकी सेवा के लिए प्रतिबद्ध हूं और मेरे दरवाजे आपके लिये हमेशा पहले जैसे ही खुले रहेंगे। मैं राजनीति में आम आदमी की आवाज उठाने आया था और आज आपसे यही आशीर्वाद मांगता हूं कि सदैव यह कार्य करता रहूं, भले ही उसकी कोई भी कीमत चुकानी पड़े।मेरा और पीलीभीत का रिश्ता प्रेम और विश्वास का है, जो किसी राजनीतिक गुणा- भाग से बहुत ऊपर है। मैं आपका था, हूं और रहूंगा…।”
आपको बता दें कि भाजपा ने इस बार उत्तर प्रदेश के पीलीभीत संसदीय क्षेत्र से वरुण गांधी की बजाय उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है. हालांकि पार्टी ने उनकी मां और वर्तमान सांसद मेनका गांधी को फिर से उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर संसदीय क्षेत्र से ही उम्मीदवार घोषित किया है.