ज्ञापन में बताया
पुलिस अधीक्षक बालेन्दु भूषण सिंह को दिए ज्ञापन में बताया कि मुस्लिम समाज द्वारा राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान के साथ खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई। जुलूस के साथ भारी पुलिस प्रशासन एवं खुफिया एजेंसी भी थी, जो उनको सुरक्षा प्रदान कर रही थी। लेकिन किसी भी पुलिस प्रशासन के अधिकारी ने मुस्लिम समुदाय द्वारा खुलेआम हो रहे राष्ट्रीय ध्वज के अपमान को होने से नहीं रोका गया मुस्लिम समाज द्वारा राष्ट्रीय ध्वज का खुलेआम अपमान करने तथा पुलिस प्रशासन द्वारा उसका पूर्ण समर्थन करने से देश के 125 करोड़ भारतवासियों का अपमान हुआ है। सभी में भारी आक्रोश व्याप्त है ज्ञापन में उनकी मांग है कि अगर सरकार जुलूस के आयोजन सहित समस्त जुलूस में सम्मिलित देशद्रोहियों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करके फांसी की सजा दी जाए और जुलूस में शामिल जिम्मेदार पुलिसकर्मी के विरुद्ध कार्रवाई भी की जाए। यदि अगर ऐसा नहीं किया गया तो जनपद पीलीभीत सहित पूरे भारत के समस्त नागरिक आंदोलन करने के लिए बाध्य होगें। जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को होगी।
पुलिस अधीक्षक ने दिए कार्रवाई के आदेश
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वो इसकी जांच कराएंगे और जो भी उचित धाराएं बनती होगी उसके अनुसार कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
मुस्लिम समुदास ने रखा पक्ष
उधर टीटीएस के मीनू बरकाती ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज का कोई अपमान नहीं हुआ। वो एक तीन रंग का झंडा था जोकि इस्तेमाल किया गया। हम राष्ट्रप्रेमी है और अपने राष्ट्र का सम्मान करते है। हम हिंदुस्तानी है नाकि कोई अन्य इस पूरे जुलूस को हमने राष्ट्र एकता के साथ निकाला है। कुछ लोग भ्रमित कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे है।