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क्या है पूरा मामलापीलीभीत के मोहल्ला छोटा खुदागंज के निवासी महबूब अली ने गृह सचिव उत्तर प्रदेश शासन को संबोधित पत्र लिखकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी पीलीभीत कार्यालय में तैनात लिपिक नाहिद खां पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र दिया था। उप सचिव गृह अखिलेश द्विवेदी ने इस प्रकरण की जांच भ्रष्टाचार निवारण संगठन को सौंपी थी, पुलिस अधीक्षक पश्चिमी भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने बरेली के प्रभारी निरीक्षक को मामले की जांच करने के आदेश दिए थे जिसके बाद निरीक्षक ने जांच के दौरान पाया कि दिनांक 01.01.2002 से 31.12.2013 तक समस्त आय के बाद स्रोतों से कुल आय 2047638 रुपए हुई, जबकि इस अवधि में उनके द्वारा चल अचल संपत्ति एवं परिवार के भरण-पोषण के लिए 3140626 रुपए व्यय किए गए। आय के सापेक्ष 1092988 यानी 53. 37 प्रतिशत आय अधिक है। आय की धनराशि के बारे में आरोपी कोई भी हिसाब नहीं दे सका है। जिससे प्रतीत होता है कि आरोपी ने गलत तरीके से यह संपत्ति अर्जित की है। प्रभारी निरीक्षक भ्रष्टाचार संगठन इकाई बरेली ने पुलिस को तहरीर दे दी है।
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इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमामुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में तैनात लिपिक नाहिद खां पर कोतवाली में भ्रष्टाचार अधिनियम 1998 की धारा 13(1)b व धारा 13(2) में मुकदमा दर्ज हुआ है।