कृषि, धान खरीद और किसानों की हालत में सुधार के भाजपा सरकार के तमाम दावों पर वरुण गांधी के इस ट्वीट ने सवालिया निशान लगा दिया है। इससे पहले 21 अक्टूबर को भी उत्तर प्रदेश के तराई इलाकों में आई बाढ़ को लेकर सरकार की राहत नीति पर सवाल उठाते हुए वरुण गांधी ने कहा था कि अगर इस तरह के संकट के समय भी लोगों को खुद ही अपनी मदद करनी है तो फिर सरकार की जरूरत क्या है?
बयानों से पार्टी को असहज कर देते हैं वरुण गांधी
आपको बता दें कि इससे पहले वरुण गांधी लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर योगी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को लेकर भी सवाल उठा चुके हैं। वरुण लगातार यह आरोप लगा रहे हैं कि लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या की गई है और हिंसा के सहारे किसान आंदोलन को दबाया नहीं जा सकता। हाल के दिनों में वरुण गांधी के बयानों की वजह से उनकी अपनी पार्टी को लगातार असहज स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि इससे पहले वरुण गांधी लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर योगी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को लेकर भी सवाल उठा चुके हैं। वरुण लगातार यह आरोप लगा रहे हैं कि लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या की गई है और हिंसा के सहारे किसान आंदोलन को दबाया नहीं जा सकता। हाल के दिनों में वरुण गांधी के बयानों की वजह से उनकी अपनी पार्टी को लगातार असहज स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।