ये भी पढ़ें- एक ऐसा मंदिर, जहां माता कौशल्या की गोद में हैं भगवान राम यह देवी मंदिर उत्तराखंड की अल्मोड़ पहाड़ियों पर स्थित है। इस मंदिर को कसार देवी मंदिर के नाम से जाना है। मंदिर के आसपास वाला पूरा इलाका ‘वैन एलेन बेल्ट’ है, जहां धरती के अंदर विशाल भू-चुंबकीय पिंड है।
साक्षात प्रकट हुई थीं देवी मां पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, यहां पर देवी मां साक्षात प्रकट हुई थीं। बताया जाता है कि यह भारत का पहला स्थान है, जहां चुंबकीय शक्ति मौजूद है। बताया जाता है कि यहां आने वाले मां के भक्त बिना किसी थकावट के सौकड़ों सीढ़ियां चढ़ जाते हैं।
नासा के वैज्ञानिक भी कर चुके हैं शोध बताया जाता है कि इस देवी मंदिर के आसपास कई शक्तियां मौजूद हैं। यही कारण है कि इस जगह के बारे में नासा के वैज्ञानिक भी शोध कर चुके हैं लेकिन आज तक इस मंदिर का रहस्य सुलझा नहीं पाए हैं।
चुंबकीय शक्ति का केंद्र शोध में पाया गया है कि अल्मोड़ा के इस मंदिर और दक्षिण अमेरिका के पेरू स्थित माचू-पिच्चू व इंग्लैंड के स्टोन हेंग में अद्भुत समानताएं हैं। जानकारों के अनुसार, इस स्थान को अद्वितीय और चुंबकीय शक्ति का केंद्र माना जाता है, जहां मानसिक शांति महसूस होती है।