उसमें भी खास बात ये है कि कुछ विशाल मंदिर जो हिंदुओं के सबसे बड़े मंदिर कहलाते हैं, भारत से बाहर हैं। दुनिया के कई देशों मौजूद ये विशाल हिन्दू मंदिर सनातन धर्म की तरह इनके अलग अलग देवताओं को समर्पित हैं।
ये हैं सबसे बड़े मंदिर- 1- अंकोरवाट मंदिर – कंबोडिया
यह दुनिया का सबसे विशाल और भव्य मंदिर है, जो कंबोडिया देश में स्थित है। यह मंदिर अंकोरवाट नामक इलाके में हैं , जो यहां के राजा सूर्य वर्मन द्वितीय के द्वारा 12वीं सदी में बनवाया गया था। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। यह मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक स्थल भी माना जाता है। यह 7,20,000 वर्गमीटर ( करीब 500 एकड़) के क्षेत्र में फैला हुआ है।
यह दुनिया का सबसे विशाल और भव्य मंदिर है, जो कंबोडिया देश में स्थित है। यह मंदिर अंकोरवाट नामक इलाके में हैं , जो यहां के राजा सूर्य वर्मन द्वितीय के द्वारा 12वीं सदी में बनवाया गया था। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। यह मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक स्थल भी माना जाता है। यह 7,20,000 वर्गमीटर ( करीब 500 एकड़) के क्षेत्र में फैला हुआ है।
2. श्रीरंगनाथ मंदिर (श्रीरंगम)
श्रीरंगनाथ मंदिर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मंदिर है। जो तमिलनाडु के त्रिची नामक स्थान पर स्थित है। यह भारत का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर है, भगवान विष्णु का यह मंदिर लगभग 6,31,000 वर्गमीटर के क्षेत्र में स्थित है। यह इतना विशाल है कि एक पूरा शहर इसके परिसर में बसा हुआ है।
श्रीरंगनाथ मंदिर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मंदिर है। जो तमिलनाडु के त्रिची नामक स्थान पर स्थित है। यह भारत का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर है, भगवान विष्णु का यह मंदिर लगभग 6,31,000 वर्गमीटर के क्षेत्र में स्थित है। यह इतना विशाल है कि एक पूरा शहर इसके परिसर में बसा हुआ है।
3. अक्षरधाम मंदिर
अक्षरधाम मंदिर स्वामीनारायण संप्रदाय का सबसे बड़ा मंदिर है। यह राजधानी दिल्ली में आधुनिक काल में बनाया गया, एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है – जो लगभग 2,40,000 वर्गमीटर के क्षेत्र में फैला है। यहां भर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है।
अक्षरधाम मंदिर स्वामीनारायण संप्रदाय का सबसे बड़ा मंदिर है। यह राजधानी दिल्ली में आधुनिक काल में बनाया गया, एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है – जो लगभग 2,40,000 वर्गमीटर के क्षेत्र में फैला है। यहां भर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है।
4-थिल्लई नटराज मंदिर
‘चिदंबरम मंदिर’ जो तमिलनाडु के चिदंबरम में स्थित एक शिव मंदिर है, बहुत विशाल है। यह एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। यह लगभग 1,60,000 वर्गमीटर के क्षेत्रफल में बना हुआ है। 5- बेलूर मठ
यह मठ स्वामी विवेकानंद द्वारा बनवाया गया, जो कलकत्ता में हुगली नदी के किनारे स्थित है। यहा मां आद्याकाली की पूजा होती है। यह दुनिया का पांचवा विशाल हिन्दू धर्मस्थल है। यह 1,60,000 वर्गमीटर के क्षेत्र में फैला है।
‘चिदंबरम मंदिर’ जो तमिलनाडु के चिदंबरम में स्थित एक शिव मंदिर है, बहुत विशाल है। यह एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। यह लगभग 1,60,000 वर्गमीटर के क्षेत्रफल में बना हुआ है। 5- बेलूर मठ
यह मठ स्वामी विवेकानंद द्वारा बनवाया गया, जो कलकत्ता में हुगली नदी के किनारे स्थित है। यहा मां आद्याकाली की पूजा होती है। यह दुनिया का पांचवा विशाल हिन्दू धर्मस्थल है। यह 1,60,000 वर्गमीटर के क्षेत्र में फैला है।
6-. बृहदेश्वर मन्दिर
बृहदेश्वर मन्दिर भी एक अति विशाल मंदिर है। यह तमिलनाडु के थंजावुर का एक शिव मंदिर है, जो करीब 1000 साल पहले राजाराजा चोला प्रथम द्वारा बनवाया गया है। यह लगभग 10,24,00 वर्गमीटर के क्षेत्र में स्थित है।
बृहदेश्वर मन्दिर भी एक अति विशाल मंदिर है। यह तमिलनाडु के थंजावुर का एक शिव मंदिर है, जो करीब 1000 साल पहले राजाराजा चोला प्रथम द्वारा बनवाया गया है। यह लगभग 10,24,00 वर्गमीटर के क्षेत्र में स्थित है।
7- अन्नामलाईयर मंदिर
तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में यह मंदिर स्थित है। यह शिव मंदिर अनेक ऊंचे स्तम्भों के कारण प्रसिद्ध है। यह 101171 वर्गमीटर में फैला हुआ है। 8. एकंबरेश्वर मंदिर
कांचीपुरम नामक स्थान पर दक्षिणी भारत में स्थित एकंबरेश्वर मंदिर मंदिर भी दुनिया के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है। यह भगवान शिव को समर्पित है।
तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में यह मंदिर स्थित है। यह शिव मंदिर अनेक ऊंचे स्तम्भों के कारण प्रसिद्ध है। यह 101171 वर्गमीटर में फैला हुआ है। 8. एकंबरेश्वर मंदिर
कांचीपुरम नामक स्थान पर दक्षिणी भारत में स्थित एकंबरेश्वर मंदिर मंदिर भी दुनिया के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है। यह भगवान शिव को समर्पित है।
इस शिव मंदिर का क्षेत्रफल लगभग 92,860 वर्गमीटर है। यह पांच महाशिव मंदिरों एवं पंचभूत स्थलों में से एक है। 9. थिरुवनेयीकवल मंदिर
इस प्रसिद्ध शिव मंदिर का निर्माण करीब 1800 वर्ष तमिलनाडु के त्रिची नामक स्थान पर पूर्व ‘राजा कोसंगनन’ ने करवाया था। इस मंदिर का क्षेत्रफल लगभग 72,800 वर्गमीटर है।
इस प्रसिद्ध शिव मंदिर का निर्माण करीब 1800 वर्ष तमिलनाडु के त्रिची नामक स्थान पर पूर्व ‘राजा कोसंगनन’ ने करवाया था। इस मंदिर का क्षेत्रफल लगभग 72,800 वर्गमीटर है।