पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और समय रहते दमकल को बुलाया। इसके बाद कार को किसी तरह बुझाया। मौके पर लोगों की भीड़ लग गई थी। पामगढ़ पुलिस के अनुसार शिवम हॉस्पिटल पामगढ़ के संचालक डॉ. शिशिर भारद्वाज रविवार की रात को पामगढ़ से जांजगीर जा रहे थे। वे भदरा गांव के पास पहुंचे थे। तभी उन्हें कार में कुछ जलने की बू आई। वे कार में बैठे बैठे जलने की बदबू की पड़ताल कर ही रहे थे कि कार आग की लपटों में आ गया।
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डॉक्टर पलक झपकते कार से कूदकर अपनी जान बचाई। देखते ही देखते कार पूरी तरह आग की लपटों में समा गया। मौके पर लोगों की भीड़ उमड़ गई। लोग अपने स्तर से आग को बुझाने के लिए पास से पानी की व्यवस्था कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस को मामले की खबर लगने पर उन्होंने दमकल बुलाया और कार को बुझाने की कोशिश की। तब तक कार 100 फीसदी जलकर खाक हो चुका था।
इंजन ज्यादा गर्म होने की वजह से लगी आग
घटना की जानकारी पामगढ़ पुलिस को दी गई। मौके पर पुलिस की टीम पहुंची और किसी तरह से आग को बुझाने में सफल रहे। कार जलकर खाक हो गई। बताया जा रहा है कि इंजन ज्यादा गर्म होने के कारण से यह हादसा हुआ है।
आखिर क्यों लगती है कार पर आग
अक्सर देखने और सुनने को मिलता है कि कार में आग लग गई। इसकी प्रमुख वजह शार्टसर्किट माना जाता है। कार सर्विसिंग के एक्सपर्ट चर्च रोड जांजगीर निवासी प्रवीण कुमार उर्फ राजू के मुताबिक भीषण गर्मी में वाहन के पार्ट्स भी हीट हो जाते हैं। वहीं, कई बार बैटरी चलित वाहनों में भी शार्ट सर्किट की वजह से आग लगने की शिकायत मिलती है।
इसके अलावा कार के भीतर के वायर हीट होकर आपस में सट जाते हैं, इससे आग लग जाती है। कभी कभी पेट्रोल पाइप भी हीट होकर लीक हो जाता है इससे आग लग जाती है। उनका मानना है कि कभी कभी साइलेंसर भी गर्म होकर मशीनरी पार्ट्स तक पहुंच जाता है। इससे कार में आग लग जाती है।