उन्होंने पार्टी प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से कहा कि फेयरगो हॉल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड जैसी फर्जी और मुखौटा कंपनी के जरिए तेजस्वी करोड़पति बन गए। इस कंपनी की 7105स्क्वायर फीट जमीन पटना के पॉश इलाके राइडिंग रोड में आयकर विभाग ने जब्त की थी। इस जमीन की तात्कालिक कीमत 3.67करोड़ थी। यह जमीन किस इलाके में है इसका पता नहीं चल पा रहा था। 27जून 2017को ही मोदी ने प्रेस को इसका खुलासा किया था। लालू परिवार की बेनामी संपत्ति अर्जित करने में इस फर्जी कंपनी से बडी़ मदद मिली। यह छठी कंपनी है जिसके जरिये फर्जीवाड़े किये गए।
उन्होंने कहा कि इस कंपनी का पता ,ठिकाना और इसके शेयर सभी फर्जी पाए गये। यह कंपनी बंद पड़ी थी तो 78.32 लाख में यह जमीन कैसे खरीद ली और फिर कैसे तेजस्वी यादव,तेजप्रताप यादव और रागिनी यादव इसके शेयर हॉल्डर बन गए। उन्होंने जानना चाहा कि तेजस्वी यादव बताएं कि यह जमीन और उस पर बने मकान किसके नाम से है और चारा घोटाले के अभियुक्त आर के राणा से इस कंपनी और उसकी संपत्ति के क्या संबंध हैं। 7 फरवरी2018 को 3.67करोड़ की संपत्ति और पॉश इलाके राइडिंग रोड में 1105वर्गफीट में बने दो मंजिला मकान को आयकर विभाग ने जब्त कर लिया था।
तेजस्वी ने किया पलटवार
इस बयान के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर सुशील मोदी पर निशाना साधा। तेजस्वी ने कहा कि सुशील मोदी जी आप अपने भाई की कंपनी की जांच के लिए एजेंसियों को क्यों नहीं लिखते ? तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा कि जो खुद घोटालों के सरगना है वह हम पर उंगली उठा रहे है। तेजस्वी सवाल करते हुए कहा कि सुशील जी मेरे हर सवाल पर आप चुप्पी क्यों साधे हुए है।