प्रश्नः क्या फिर से नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनेगी या कांग्रेस समेत अन्य दलों की?
उत्तरः नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने पिछले पांच सालों में विश्व में भारत भारत का मान बढ़ाया। सफल नीतियों, दूरदृष्टि, सुशासन, योजनाओं का सफल संचालन आदि के कारण सरकार की स्वीकार्यता और भाजपा व एनडीए की लोकप्रियता बढ़ी।इन सबके कारण हम पहले से ज्यादा सीटें जीतकर पुनः सत्ता में लौट रहे हैं। नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व को जनता ने भरोसा दिया है। मोदी जी जनता के भरोसे और विश्वास के कारण और मजबूती के साथ फिर प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।
प्रश्नः विपक्ष का आरोप है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने वादे पूरे नहीं किए। इसलिए भाजपा गठबंधन बुरी तरह हार रहा है। सच क्या है?
उत्तरः विपक्ष के आरोप निराधार और निरर्थक हैं। उनकी ही विश्वसनीयता खत्म हो गई है। जिस प्रकार कांग्रेस ने भ्रम फैलाया और झूठे नारों के साथ गलत प्रचार किया उससे उसकी विश्वसनीयता खत्म हो गई। कांग्रेस नेतृतव को अपनी भूल स्वीकार करते हुए माफी मांगनी पड़ गई है। ऐसा तथ्यों को तोड़मरोड़कर जनता के बीच गलत प्रचार और व्याख्या से हुआ है। जनता में विश्वसनीयता खत्म हो जिने के बाद अब बचा क्या। जनता बड़ी उम्मीद से भाजपा और नरेंद्र मोदी की ओर देख रही है।
प्रश्नः लेकिन राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकारें सत्ता से बाहर हो गईं।फिर विश्वसनीयता बढ़ी कहां?
उत्तरः ऐसा नहीं है। पांच वर्षों के कार्यकाल में हमें बड़ी सफलताएं मिलीं। पहले हमारी सरकारें राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, गोवा में थीं। हमारी सरकारें बढ़ीं। यूपी, हरियाणा, नगालैंड, असम आदि कई राज्यों में हमारी सरकारें बनीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व के कारण यह सफलता मिल पाई है।
प्रश्नः बिहार में भाजपा ने अपनी परंपरागत सीटें सहयोगियों को दे दीं। इससे निराशा जनक माहौल बनने और सहयोगी दलों के उम्मीदवारों के बढ़िया प्रदर्शन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या कहेंगे?
उत्तर: सहयोगी दल पूरी तरह एकजुट होकर काम कर रहे हैं। गठबंधन की राजनीतिक विवशताएं भी होती हैं और सहयोगियों को साथ देना होता है। साथी दलों को ज़रूरत के हिसाब से सीटें दी गईं। आप जैसा कह रहे वैसा कुछ भी नहीं है। तीनों दलों का सुदृढ़ राजनीतिक आधार है। इसका भरपूर लाभ मिल रहा है और हम सभी बिहार की सारी सीटें जीतने की स्थिति में हैं।
प्रश्नः नीतीश कुमार की दोस्ती को लेकर फिर सवाल उठने लगे हैं। भाजपा का साथ छोड़ने में देर नहीं करने को लेकर नीतीश कुमार कितने भरोसेमंद साबित होंगे?
उत्तरः नीतीश जी एक सफल और अच्छी सूझबूझ वाले नेता हैं। अराजकता और कुशासन के खिलाफ सफल लड़ाई लड़ने के लिए जाने जाते हैं। जनता के बीच सब तरह से भरोसेमंद साबित हुए हैं। बिहार में आगे भी हमारा साथ इसी तरह चलते रहेगा। दोनों सहयोगी दलों को मिलाकर अच्छे परिणाम आ रहे हैं। इस समय जो परिस्थितियां हैं इसमें हम सभी मिलकर यहां चालीस सीटें जीतने जा रहे हैं।
प्रश्नः गठबंधन के कारण भाजपा पीछे तो नहीं जा रही? कई तरह की बातें कही जा रहीं कि भाजपा अकेले चुनाव लड़ती तो बेहतर परिणाम लेकर आती?
उत्तरः बिहार में हमें गठबंधन की आवश्यकता है। आने वाले समय में भी हम गठबंधन के साथ ही चुनाव लड़ेंगे। गठबंधन के धर्म आगे भी निभाते रहेंगे।
प्रश्नः बिहार में कास्ट लाइन पर वोटिंग का पैटर्न आखिर नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता से भी क्यों नहीं टूट पा रहा?
उत्तरः समाज के सभी वर्गों का ख्याल रखना पड़ता है। आगे बढ़ने के लिए सभी सामाजिक समीकरणों और सरोकारों को साधना होता है। एक लंबे समय से चली आ रही परिस्थितियों में सामाजिक परिवेश भी संदर्भ रखता है। महिलाओं और युवाओं की तरह पुरुषों में भी नरेंद्र मोदी जी के प्रति उत्साह का भाव सभी जगह है।
प्रश्नः नरेंद्र मोदी सरकार ने लोगों से किए कई वादे पूरे नहीं किए। फिर कैसे लोग भरोसा कर रहे हैं?
उत्तरः नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि यह पांच वर्षों का कार्यकाल परिश्रम कार्यकाल रहा है। आगे का कार्यकाल परिणामों का कार्यकाल होगा। भाजपा ने संकल्प पत्र में 75 वादे किए हैं। वो सभी पूरे होंगे।ये सभी बहुत महत्वपूर्ण हैं।
प्रश्नः राजस्थान में कितनी सीटें जीत रही भाजपा?
उत्तरः पार्टी की जिम्मेदारी के कारण अलग—अलग प्रदेशों में काम करता हूं। मोदी जी के लिए सभी एकमत हैं। राजस्थान में अच्छी संख्या में सीटें लेकर आएंगे। इस बार भाजपा को पश्चिम बंगाल उड़ीसा और दक्षिणी राज्यों में भी शानदार सफलता मिल रही है।