40 रोटी और दस प्लेट चावल है खुराक
यह किस्सा बक्सर के मंझवारी गांव स्थित क्वारंटाइन सेंटर का है। राजकीय बुनियादी विद्यालय , मंझवारी क्षेत्र में क्वारंटाइन सेंटर में 87 प्रवासी मजदूर रह रहे हैं। मगर एक सप्ताह पहले यहां आए 21 वर्षीय अनूप ओझा की खुराक देख सभी दंग हैं। अनूप भोजन में 40-45 रोटियां अथवा दस प्लेट चावल एक बार में खाता है। इसे खाना परोसने में रसोइए भी भाग खड़े हुए। एक आदमी को दस आदमी के बराबर खाने की बात अधिकारियों तक जा पहुंची। अधिकारी भी निरीक्षण में यह सच पाकर हैरत में पड़ गए।
राजस्थान गया था काम की तलाश में
बक्सर जिले के सिमरी प्रखंड के खरहाटांड़ गांव के गोपा ओझा का पुत्र अनूप ओझा काम की तलाश में राजस्थान गया था। वहां लॉकडाउन में फंस गया। एक सप्ताह पहले लौटा और यहां क्वारंटाइन में रह रहा है। इसके खुराक की खबर सुनकर बीडीओ पहुंचे और इसके खाने के निरीक्षण के बाद रसोइयों को इसे भरपूर खाना देने की हिदायत दी। ग्रामीणों का कहना है कि अनूप ओझा की खुराक सामान्यत: से दस गुना से भी अधिक है। वह एक बार में सौ समोसे खा जाता है।