– कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा के घाटों पर उमड़े लोग
– दान करना माना जाता है शुभ
पटना•Nov 27, 2023 / 06:02 pm•
Pulakit
Bihar News: कार्तिक पूर्णिमा पर बिहार में भी लोगों ने गंगा स्नान किया। पटना में गंगा स्नान के लिए बड़ी संख्या में लोग दूसरे जिलों से भी पटना पहुंचे। स्नान के बाद लोगों ने घाटों पर ही पिंड बनाकर मां गंगा की पूजा की।
Bihar News: इस साल कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा कृतिका नक्षत्र के शिव और सर्वार्थ सिद्धि योग में मनाई जा रही है। कार्तिक पूर्णिमा को सबसे पवित्र महीनों में एक माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान से सभी पाप दूर हो जाते हैं।
Bihar News:कार्तिक पूर्णिमा रविवार की शाम 03:15 बजे से शुरू हो गई थी। सोमवार दोपहर 02:30 बजे तक पूर्णिमा तिथि रहेगी। इसलिए उदयातिथि मान से आज पूरे दिन गंगा स्नान, दान-पुण्य आदि धर्मकृत्य होगा।
Bihar News: कार्तिक पूर्णिमा पर बिहार में भी लोगों ने गंगा स्नान किया। पटना में गंगा स्नान के लिए बड़ी संख्या में लोग दूसरे जिलों से भी पटना पहुंचे। स्नान के बाद लोगों ने घाटों पर ही पिंड बनाकर मां गंगा की पूजा की।
इस साल कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा कृतिका नक्षत्र के शिव और सर्वार्थ सिद्धि योग में मनाई जा रही है। कार्तिक पूर्णिमा को सबसे पवित्र महीनों में एक माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान से सभी पाप दूर हो जाते हैं।
कार्तिक पूर्णिमा रविवार की शाम 03:15 बजे से शुरू हो गई थी। सोमवार दोपहर 02:30 बजे तक पूर्णिमा तिथि रहेगी। इसलिए उदयातिथि मान से आज पूरे दिन गंगा स्नान, दान-पुण्य आदि धर्मकृत्य होगा।
Bihar News: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को पटना में श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में पवित्र डुबकी लगाने के बाद पूजा-अर्चना की।
गंगा स्नान के बाद दीप दान करना दस यज्ञ के बराबर माना जाता है। देव दीपावली के दिन अन्न, धन, वस्त्र और घी आदि दान करने से कई गुना फल मिलता है। श्रद्धालु पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान के बाद श्री सत्यनारायण भगवान की कथा का श्रवण, गीता पाठ, विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ व 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' का जप करके पापमुक्त-कर्जमुक्त होकर भगवान विष्णु की कृपा पाएंगे। स्नान के बाद अर्घ्य, तर्पण, जप-तप, पूजन, कीर्तन और दान करने से स्वयं भगवान विष्णु पापों से मुक्त करके जीव को शुद्ध कर देते हैं।
Hindi News / Photo Gallery / Patna / बिहार न्यूजः देव दिवाली पर गंगा तट पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब