वन अमले पर आरोप है कि, वो सूचने मिलने के साढ़े चार घंटे बाद तक घटना स्थल पर नहीं पहुंच सके थे। ग्रामीणों का कहना है कि, अगर वन विभाग की टीम हमले की खबर लगते ही तुरंत घटना स्थल पर पहुंच जाती तो भालू द्वारा दंपत्ति को मारने के बाद इतनी बुरी तरह नोच-नोचकर खाने में सफल नहीं होता। वन अमले के प्रति लोगों में खासा नाराजगी देखने को मिली। हालांकि, मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने कुछ देर की मशक्कत के बाद भालू को बेहोश कर पकड़ लिया। जब भालू को बेहोश कर पकड़ा गया। इसके बाद घटना में जान गवाने वाले मुकेश राय और उनकी पत्नी गुड़िया के आधे आध् शव ही बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजे जा सके।
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मृतकों के आश्रितों को आर्थिक मदद का ऐलान
मामले को लेकर उत्तरवन मंडल के डीएफओ गौरव शर्मा का कहना है कि, शासन के नियमानुसार 4-4 लाख मृतकों के आश्रितों को आर्थिक मदद दी जाएगी और इस भालू को चिड़ियाघर भेजा जाएगा। वहीं, नाराज परिजन ने कुछ देर तक हंगामा किया। इसके बाद गरीब परिवार को आर्थिक मदद के साथ नौकरी की मांग की है। परिजन का कहना है कि, यदि नौकरी दी जाती है तो मृतकों का परिवार और उनके आश्रितों का भरण-पोषण हो सकता है।
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जिले में ये पहला मामला
बताया जा रहा है कि, जिले में ये पहला मामला है जब शहर से सटे इलाके में भालू ने दो लोगों की हत्या के बाद उन्हें खा लिया है। बताया जा रहा है कि, दंपत्ति को मारने के बाद भालू उनके शरीर को करीब 5 घंटे तक नोच नोकर खाता रहा। इस मामले पर स्थानीय लोगों में पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नाराजगी देखी जा रही है।