मामा के दुकान में सीखी टाइपिंग :
सक्षम ने जिस कारनामे से यह खिताब अपने नाम किया है वह उसने अपने मामा के साइबर कैफे में टाइपिंग सीखकर किया है। सक्षम की तेज और अच्छी टाइपिंग को देखते हुए उसके मामा राहुल नामदेव ने उसे इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में हिस्सा लेने सलाह दी थी। मामा की देख रेख में सक्षम ने साइबर कैफ़े में टाइपिंग सीखी और यह मुकाम हासिल कर लिया। यह भी पढ़े – 1000 साल पुराने मंदिर में चोरी, एक मूर्ति खंडित भी कर गए चोर