पानी निकालने के पम्प लगाए, जो बंद
सीवरेज की हौदियों से तेज गति से पानी निकलने व गलियाें में भरने पर निगर निगम की ओर से 15 नवम्बर को मड पम्प भेजा गया था। उसके बाद एक पम्प ओर भेजा गया, लेकिन वे अधिकांश समय बंद रही रहे। वहां महज दिखाने के लिए पड़े रहे। गलियां आज भी गंदे व बदबूदार पानी से लबालब है।पत्रिका ने उजागर की पीड़ा
इस क्षेत्र में सीवरेज का पानी भरने व बदबू फैली होने को लेकर राजस्थान पत्रिका ने पीड़ा उजागर की थी। पत्रिका ने 16 नवम्बर के अंक में आफत बना सीवरेज, जहां जानवर नहीं रह सकते वहां इंसान रहने को मजबूर… शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद मड पम्प लगाए गए थे।यहां पहले धंसी भी पाइप लाइन
जिस जगह पर सीवरेज की हौदियों से पानी छलक रहा है। वहां करीब एक साल पहले सीवरेज की पाइप लाइन धंस गई थी। जिसे कई दिनों तक ठीक नहीं किया जा सका। उस समय भी लोग गंदगी, बदबू आदि से परेशान रहे थे। वहां उस समय जोधपुर से जेट मशीन लाकर सीवरेज पाइप को बदला गया था।कर्मचारी सिर्फ एक बार आए
यहां पर जेटिंग नहीं हो रही है। यहां एक साल पहले भी समस्या हुई थी। गलियों में सीवरेज का बदबूदार पानी भरा है। नगर निगम के कर्मचारी एक बार ही आए। वे पानी नहीं निकाल पा रहे है। लोगों की हौदियों में गंदा पानी भर गया है। –महेन्द्र वैष्णव, पार्षद