मुकेश का स्टार्टअप उद्यमियों की राह बना रहा आसान
मूलत: पाली के मुकेश बाफना ने एमएसएमइ इंडस्ट्री के उद्यमियों की राह आसान शुरू करने के लिए स्टार्टअप शुरू किया है। पाली के साथ ही अहमदाबाद व मुम्बई में ऑफिस के जरिए उद्यमियों का राहत दे रहे मुकेश ने 2011 में सीए पूरी करने के बाद जब प्रेक्टिस शुरू की तो उद्यमियों की फाइनेंस व सब्सिडी की समस्या सामने आई। बकौल मुकेश, एमएसएमइ के उद्यमियों को बैंकिंग गाइडेंस व स्कीम्स की सब्सिडी की सही जानकारी नहीं मिल पाने से वे अपने लक्ष्य से पीछे रह जाते है। ऐसे में उनको सब्सिडी की सही जानकारी देने के साथ ही उन्हें कैसे कम दर पर ऋण मुहैया कराया जाए, इसके लिए वे अपनी टीम के जरिए कंसलटेंसी मुहैया करा रहे हैं। बेहतर फाइनेंसियल सपोर्ट के साथ ही उनकी प्रोजेक्ट रिपोर्ट, गाइडलाइंस व डॉक्यूमेंटेशन की सटीक जानकारी देकर उद्यमियों की व्यापारिक राह को आसान बनाने के लिए वे प्रयासरत है।
स्टार्टअप का बेहतर उदाहरण पाली जिले के भाई बहन श्रेयांश बोकाड़िया और हिमांशी जैन के रूप में देखने को मिलता है। म्यूजिक डिस्ट्रीब्यूटर और इवेंट मैनेजर के रूप में करिअर शुरू कर चुके दोनों भाई बहन के दो स्टार्टअप है, जिसमें एक फिल्म संगीत निर्माण, वितरण और निर्देशन से जुड़ा है तो दूसरा आईटी कंपनी, सॉफ्टवेयर विकसित करने से जुड़ा है। इन्होंने पाली में क्रॉम/ग्रीन स्टूडियो सेटअप किया गया। वे कंटेंट इंडस्ट्री में पाली की युवा प्रतिभाओं को एक नई दिशा देना चाहते हैं। इससे वॉइस ओवर करने वाले, गायकी और एंकरिंग का शौक रखने वाले को प्लेटफार्म मिल रहा है। अब तक के सफर में उनसे 100 से अधिक कलाकार जुड़े हैं। 1500 से अधिक गाने 240 देशों में विभिन्न भाषाओं में रिलिजिंग के बाद ट्रेंड में है। श्रेयांस ने अंतरराष्ट्रीय जापानी कलाकार नाओया सकामाता के साथ काम किया है।
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धर्म और आस्था में भी आगे
श्रेयांश ने बताया कि वर्तमान में बड़ी संख्या में जैन गीत रिलीज कर रहे हैं। वर्तमान में श्रीराम मंदिर प्रतिष्ठा से जुड़े गीत भी तैयार हो रहे हैं। दूसरी तरफ पाली में आईटी (इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी) बेस्ड स्टार्टअप की शुरुआत भी कर चुके हैं। जिसका उद्देश्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म को सुरक्षित और सुगम बनाना है।