बैठक में सरदारसमंद बांध संघर्ष समिति के अध्यक्ष बाबुसिंह राजपुरोहित, सचिव नरपतसिंह, झीतड़ा के पूर्व सरपंच पन्नालाल, सरपंच दिलदार खां, जवारीलाल जाट, मांगीलाल पालीवाल आदि ने अतिरिक्त जिला कलक्टर (सीलिंग) भवानीसिंह से कहा कि नहरों के लिए विधायक की ओर से 12 लाख रुपए दिए गए है। जो अपर्याप्त है। सरकार को इसके लिए राशि स्वीकृति करनी चाहिए थी। उन्होंने विधायक की ओर से दी गई राशि से नहरों का कार्य होने पर निगरानी के लिए कमेटी का गठन कर नियुक्ति की मांग की। इससे रोजाना की प्रगति रिपोर्ट मिले और कार्य पाण शुरू करने से पहले पूरा हो सके।
77 किमी की वितरिकाएं
सरदारसमंद बांध से 77 किलोमीटर लम्बी वितरिकाएं निकलती है। इनमें से अधिकांश कच्ची व क्षतिग्रस्त वितरिकाएं है। ऐसे में पानी की छीजत होगी। टेल तक पानी पहुंचने को लेकर भी किसान आशंकित है। किसानों का अनुमान है कि सिंचाई से पहले ही 40 प्रतिशत से अधिक पानी जमीन सोख सकती है।हेमावास बांध खुले पाण
हेमावास बांध से सिंचाई की पहली पाण शनिवार सुबह 8:15 बजे खोली गई। कमाण्ड क्षेत्र के गिरधारीसिंह मण्डली ने बताया कि नहरों की सफाई करवा दी गई है। वहीं बेवटा की ब्लॉक हो चुकी केनाल को वापस तैयार करवाया गया है। इससे किसानों को पूरा पानी मिल सकेगा।मरम्मत का कार्य करवा रहे शुरू
सरदारसमंद बांध के नहरों की मरम्मत का कार्य विधायक की ओर से मिली राशि से शुरू करवा रहे हैं। इससे नहरों का कच्चा व आवश्यक कार्य हो जाएगा। बांधों की नहरों की मरम्मत के प्रस्ताव भिजवाए हुए है।एनके बालोटिया, अधिशासी अभियंता, जल संसाधन विभाग, पाली