चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रदेश के उच्च प्रजनन दर वाले 14 जिलों में सास-बहू सम्मेलनों का आयोजन करवाया जा रहा है। मिशन परिवार विकास के तहत चयनित जिलों में शामिल पाली में इस सम्मेलन के जरिए बढ़ती प्रजनन दर पर काबू पाने का प्रयास किया जाएगा। इन सम्मेलनों में सास-बहू को बुलाकर उनसे परिवार नियोजन से जुड़े अनुभव साझा करवाते हुए लोगों को भी सीमित परिवार के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
जिले के 315 गांवों में होगा सम्मेलन
द्वितीय चरण के तहत जिले में 26 दिसम्बर से 17 जनवरी तक 315 गांवों में सास-बहू सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। सम्मेलन में ज्यादातर नवदंपती या एक-दो बच्चे के अभिभावक हैं, उन परिवारें की बहू को अपनी सास के साथ सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इन्हें परिवार नियोजन एवं स्वास्थ्य कार्यक्रमों की जानकारी देकर भ्रांतियां दूर की जाएगी। प्रथम चरण के तहत 15 जून से पांच जुलाई 2019 तक जिले के 734 गांवों में सास-बहू सम्मेलन का आयोजन किया गया था।
द्वितीय चरण के तहत जिले में 26 दिसम्बर से 17 जनवरी तक 315 गांवों में सास-बहू सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। सम्मेलन में ज्यादातर नवदंपती या एक-दो बच्चे के अभिभावक हैं, उन परिवारें की बहू को अपनी सास के साथ सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इन्हें परिवार नियोजन एवं स्वास्थ्य कार्यक्रमों की जानकारी देकर भ्रांतियां दूर की जाएगी। प्रथम चरण के तहत 15 जून से पांच जुलाई 2019 तक जिले के 734 गांवों में सास-बहू सम्मेलन का आयोजन किया गया था।
इन विषयों पर सम्मेलन में होगी चर्चा
सम्मेलन में सीमित परिवार के लाभ, विवाह की सही उम्र, विवाह के दो वर्ष बाद पहला बच्चा, पहले व दूसरे बच्चे के बीच कम से कम तीन वर्ष का अंतराल रखना। परिवार नियोजन साधनों सहित चिकित्सालयों में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताया जाएगा। इसके साथ ज्ञानवर्धन प्रतियोगिताओं का आयोजन भी होगा। सम्मेलन गांवों के आंगनबाड़ी केन्द्र, स्वास्थ्य केन्द्र या राजीव गांधी सेवा केन्द्र में होंगे। इसको लेकर महिला स्वास्थ्य कार्यकत्र्ता को जिम्मेदारी दी गई है। आशा सहयोगिनी उनका सहयोग करेगी।
सम्मेलन में सीमित परिवार के लाभ, विवाह की सही उम्र, विवाह के दो वर्ष बाद पहला बच्चा, पहले व दूसरे बच्चे के बीच कम से कम तीन वर्ष का अंतराल रखना। परिवार नियोजन साधनों सहित चिकित्सालयों में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताया जाएगा। इसके साथ ज्ञानवर्धन प्रतियोगिताओं का आयोजन भी होगा। सम्मेलन गांवों के आंगनबाड़ी केन्द्र, स्वास्थ्य केन्द्र या राजीव गांधी सेवा केन्द्र में होंगे। इसको लेकर महिला स्वास्थ्य कार्यकत्र्ता को जिम्मेदारी दी गई है। आशा सहयोगिनी उनका सहयोग करेगी।
परिवार नियोजन को लेकर जागरूक करना लक्ष्य
सम्मेलन का आयोजन लोगों को परिवार नियोजन को लेकर जागरूक करना है। द्वितीय चरण में जिले के 315 गांवों में सम्मेलनों का आयोजन कर रहे है। – डॉ. विकास मारवाल, डिप्टी सीएमएचओ, पाली
सम्मेलन का आयोजन लोगों को परिवार नियोजन को लेकर जागरूक करना है। द्वितीय चरण में जिले के 315 गांवों में सम्मेलनों का आयोजन कर रहे है। – डॉ. विकास मारवाल, डिप्टी सीएमएचओ, पाली