बहनों को साथ लेकर जाने का बनाया मन
कई भाइयों ने राखी पर बहनों को उपहार देने के लिए खरीदारी नहीं की है। उन्होंने बहन के घर आने पर उसे साथ ले जाकर उसकी मनपसंद साड़ी या अन्य उपहार देने का मन बना रखा है। वहीं शहर में ही रहने वाले भाइयों ने बहनों के साथ शनिवार को बाजार जाकर उनकी पसंद के उपहार दिलवाए।
कई भाइयों ने राखी पर बहनों को उपहार देने के लिए खरीदारी नहीं की है। उन्होंने बहन के घर आने पर उसे साथ ले जाकर उसकी मनपसंद साड़ी या अन्य उपहार देने का मन बना रखा है। वहीं शहर में ही रहने वाले भाइयों ने बहनों के साथ शनिवार को बाजार जाकर उनकी पसंद के उपहार दिलवाए।
हाथों पर सजाई हीना
रक्षा बंधन पर भाइयों के घर जाने के लिए बहनों ने हाथों में हीना रचाई। कई बहनों ने बाजार में मेहंदी लगवाई। वहीं कई महिलाओं व युवतियों ने ब्यूटी पार्लर जाकर फेशियल आदि करवाया। इधर, इस बार राखी से पहले शनिवार को भी अवकाश होने से कई कामकाजी महिलाएं एक दिन पहले ही भाई के घर पहुंची।
रक्षा बंधन पर भाइयों के घर जाने के लिए बहनों ने हाथों में हीना रचाई। कई बहनों ने बाजार में मेहंदी लगवाई। वहीं कई महिलाओं व युवतियों ने ब्यूटी पार्लर जाकर फेशियल आदि करवाया। इधर, इस बार राखी से पहले शनिवार को भी अवकाश होने से कई कामकाजी महिलाएं एक दिन पहले ही भाई के घर पहुंची।
रक्षा बंधन का मुहूर्त
पं. शंभुलाल शर्मा ने बताया कि सुबह 6.16 मिनट भद्रा समाप्त हो जाएगी। इसके बाद पूरे दिन राखी बांधी जा सकती है। राखी सुबह 9.30 से 12.30 तक लाभ-अमृत के चौघडिय़े, दिन में 2.20 से 3.50 बजे तक शुभ का चौघडिय़ा रहेगा। इसके साथ ही शाम 7.05 से 10 बजे तक शुभ-अमृत का चौघडिय़े में राखी बांधना शुभ रहेगा।
पं. शंभुलाल शर्मा ने बताया कि सुबह 6.16 मिनट भद्रा समाप्त हो जाएगी। इसके बाद पूरे दिन राखी बांधी जा सकती है। राखी सुबह 9.30 से 12.30 तक लाभ-अमृत के चौघडिय़े, दिन में 2.20 से 3.50 बजे तक शुभ का चौघडिय़ा रहेगा। इसके साथ ही शाम 7.05 से 10 बजे तक शुभ-अमृत का चौघडिय़े में राखी बांधना शुभ रहेगा।