अतिरिक्त मुख्य अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग-प्रथम, जोधपुर नीरज माथुर ने यह जानकारी देते हुए बताया कि लगातार बारिश के साथ ही जवाई बांध में शहर के नालों व नदियों से पानी आने का क्रम जारी है, इससे शुक्रवार तक औेर अधिक मात्रा मे पानी की आवक होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि पाली शहर के पास मे निर्मित हेमावास बांध (
Hemawas dam ) मे भी वर्षा के पानी की आवक का क्रम जारी है, इसमे भी लगभग 150 एमसीएफटी ( MCFT ) पेयजल की आवक हो चुकी है, जिससे पाली शहर की जलापूर्ति के लिए पानी लेना शुरू कर दिया गया है। अगले एक से दो दिनों मे जवाई बांध में पानी की आवक के अनुरूप जोधपुर से रेल द्वारा किये जा रहे पेयजल परिवहन को जारी रखने के संबंध मे निर्णय ले लिया जा सकेगा ।
उल्लेखनीय है कि पाली जिले में पाली सहित 9 कस्बों तथा 478 ग्रामों की पेयजल व्यवस्था ( Water System ) पूरी तरह जवाई बांध पर आधारित है। पिछले साल अच्छी बारिश नही होने से इन सभी कस्बों व गांवों मे एक अक्टूबर 2018 से 72 घन्टों के अंतराल से जलापूर्ति की जा रही थी। साथ ही इस साल मानसून (
monsoon 2019 ) के देरी से आने से 16 जुलाई से इन सभी गांवों वं कस्बों मे जलापूर्ति 96 घंटे के अंतराल से की जा रही है।
जवाई बांध में जलस्तर कम होने के कारण 20 जुलाई से डेड स्टोरेज पम्पिंग भी की जा रही थी। साथ ही पाली शहर की जलापूर्ति के लिये 25 जुलाई से जोधपुर से रेल द्वारा पेयजल परिवहन भी किया जा रहा है। 31 जुलाई को जवाई बांध मे जल स्तर कम होकर मात्र 2.60 फीट (554 एमसीएफटी ) पेयजल रह गया था, जो कि आगामी 20 अगस्त तक की अवधि के लिये ही पर्याप्त था।